तस्वीर को उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर शेयर करते हुए लिखा है कि, मोइरांग के राहत केंद्रों में पहुंचकर मणिपुर के हमारे भाइयों और बहनों की तकलीफों को देखा, सुना और महसूस किया। साथ ही आज़ाद हिंद फौज शहीद स्मारक जा कर श्रद्धांजलि अर्पित की। नफ़रत और हिंसा एक आपदा है, जिसका सामना हम सब साथ मिल कर सिर्फ़ मोहब्बत और संवाद से कर सकते हैं।
Rahul Gandhi in Manipur: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के मणिपुर के दौरे का आज दूसरा दिन है। दूसरे दिन राहुल गांधी ने वहां के राज्यपाल से मुलाकात की। इसके साथ ही वो राहत शिविरों में पहुंचकर लोगों से मुलाकात कर रहे हैं। इसकी तस्वीर को उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर शेयर करते हुए लिखा है कि, मोइरांग के राहत केंद्रों में पहुंचकर मणिपुर के हमारे भाइयों और बहनों की तकलीफों को देखा, सुना और महसूस किया। साथ ही आज़ाद हिंद फौज शहीद स्मारक जा कर श्रद्धांजलि अर्पित की। नफ़रत और हिंसा एक आपदा है, जिसका सामना हम सब साथ मिल कर सिर्फ़ मोहब्बत और संवाद से कर सकते हैं।
इससे पहले उन्होंने कहा था कि, मैं मणिपुर के लोगों का दर्द साझा करता हूं। यह एक भयानक त्रासदी है। यह मणिपुर के सभी लोगों और भारत के लोगों के लिए भी अत्यंत दुखद और दर्दनाक है। मैं शिविरों में गया और सभी समुदायों के लोगों से मिला। एक बात जो मैं सरकार से कहूंगा वह यह है कि शिविरों में बुनियादी सुविधाओं में सुधार की जरूरत है। खानपान में सुधार की जरूरत है। दवाओं की आपूर्ति की जानी चाहिए। ऐसी शिकायतें कैंपों से आई हैं।
साथ ही कहा कि, मैं मणिपुर में हर किसी से अपील करूंगा कि हमें शांति की जरूरत है। मेरी सभी से पुरजोर अपील है कि हिंसा से किसी को कुछ नहीं मिलेगा। शांति ही आगे बढ़ने का रास्ता है और हर किसी को अब शांति के बारे में बात करनी चाहिए और उसकी ओर बढ़ना शुरू करना चाहिए। मैं यहां हूं और इस राज्य में शांति लाने के लिए हर संभव मदद करूंगा।