Rahul Gandhi in Washington DC: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) मंगलवार को वाशिंगटन डीसी में स्थित जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी (Georgetown University) पहुंचे। जहां पर राहुल ने छात्रों के साथ संवाद किया और भाजपा- आरएसएस पर जमकर निशाना भी साधा। इस दौरान कांग्रेस नेता ने लोकसभा इलेक्शन में चुनाव आयोग के निष्पक्षता पर भी सवाल खड़े किए। राहुल ने कहा कि लोकसभा इलेक्शन के समय चुनाव आयोग वही कर रहा था, जो वे भाजपा चाहती थी।
Rahul Gandhi in Washington DC: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) मंगलवार को वाशिंगटन डीसी में स्थित जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी (Georgetown University) पहुंचे। जहां पर राहुल ने छात्रों के साथ संवाद किया और भाजपा-आरएसएस पर जमकर निशाना भी साधा। इस दौरान कांग्रेस नेता ने लोकसभा इलेक्शन में चुनाव आयोग के निष्पक्षता पर भी सवाल खड़े किए। राहुल ने कहा कि लोकसभा इलेक्शन के समय चुनाव आयोग वही कर रहा था, जो वे भाजपा चाहती थी।
अमेरिका के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मंगलवार को कहा, “चुनावों से पहले, हम इस विचार पर जोर देते रहे कि संस्थाओं पर कब्जा कर लिया गया है। RSS ने शिक्षा प्रणाली पर कब्जा कर लिया है। मीडिया और जांच एजेंसियों पर कब्जा है। हम यह कहते रहे, लेकिन लोगों को समझ में नहीं आ रहा था। फिर संविधान (Constitution) को आगे रखना शुरू किया और जो कुछ भी कहा था, वह अचानक से फूट पड़ा।” उन्होंने कहा, “गरीब भारत, उत्पीड़ित भारत ने यह समझ लिया कि अगर संविधान खत्म हो गया तो पूरा खेल खत्म हो जाएगा। गरीबों ने गहराई से समझ लिया कि यह संविधान (Constitution) की रक्षा करने वालों और इसे नष्ट करने वालों के बीच की लड़ाई है। जाति जनगणना (Caste Census) का मुद्दा भी बड़ा हो गया।”
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने आगे यह भी कहा, “मुझे नहीं लगता कि निष्पक्ष चुनाव में भाजपा 246 के करीब थी। उनके पास बहुत बड़ा आर्थिक लाभ था। उन्होंने हमारे बैंक खाते बंद कर दिए थे।” राहुल ने कहा, “चुनाव आयोग वही कर रहा था, जो वे (भाजपा) चाहते थे। पूरा अभियान इस तरह से बनाया गया था कि नरेंद्र मोदी देश भर में अपना काम करें। जिन राज्यों में वे (भाजपा) कमजोर थे, उन्हें उन राज्यों से अलग डिजाइन किया, जहां वे मजबूत थे। मैं इसे स्वतंत्र चुनाव के रूप में नहीं देखता। मैं इसे नियंत्रित चुनाव के रूप में देखता हूं।”