बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) नतीजों के बाद राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के परिवार में घमासान, बवाल, तकरार या यूं कहें महासंग्राम मचा हुआ है। इसके लिए कितने भी पर्यावाची शब्द लिखे जाएं शब्द कम ही पड़ता जा रहा है। जैसा कि 14 नवंबर को चुनाव नतीजे के बाद एनडीए (NDA) की बंपर जीत के बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा था कि अब राजद में घमासान मचेगा।
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) नतीजों के बाद राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के परिवार में घमासान, बवाल, तकरार या यूं कहें महासंग्राम मचा हुआ है। इसके लिए कितने भी पर्यावाची शब्द लिखे जाएं शब्द कम ही पड़ता जा रहा है। जैसा कि 14 नवंबर को चुनाव नतीजे के बाद एनडीए (NDA) की बंपर जीत के बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा था कि अब राजद में घमासान मचेगा। ठीक बिलकुल वैसे ही हुआ है। बिहार चुनाव के बाद लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) का घर परिवार के सदस्यों का ही रणक्षेत्र बन चुका है। लालू की बेटी रोहिणी आचार्य (Rohini Yadav) ने भाई तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) समेत रमीज नेमत (Rameez Nemat) और संजय यादव (Sanjay Yadav) पर गंभीर आरोपों की झड़ी लगा दी है।
रोहिणी आचार्य (Rohini Yadav) दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले मीडिया से बातचीत में कहा कि मेरा कोई परिवार नहीं है। परिवार से मुझे निकाला गया है। उन्हें जिम्मेदारी नहीं लेनी है। सारी दुनिया सवाल कर रही है कि पार्टी का ऐसा हाल क्यों हुआ है? इस दौरान वो दो नाम बार-बार ले रहीं थीं वो है रमीज नेमत (Rameez Nemat) और संजय यादव (Sanjay Yadav) का।
रोहिणी आचार्य (Rohini Yadav) ने जिस शख्स रमीज नेमत (Rameez Nemat) पर उन्हें परिवार से बाहर करने और पार्टी की बदहाली का आरोप लगाया है। उसका सीधा कनेक्शन उत्तर प्रदेश से है। रमीज नेमत (Rameez Nemat) पर तुलसीपुर (बलरामपुर) और कोखराज (कौशांबी) थाने में हत्या का आरोपी है। इस पर गैंगस्टर एक्ट सहित 12 मामले दर्ज हैं। 2021 के बलरामपुर बवाल में भी उसका नाम सामने आया था। समाजवादी पार्टी में अपने ससुर के प्रभाव का इस्तेमाल कर वह यूपी की राजनीति में जगह बनाने की कोशिश में है। रमीज पिछले दो साल से तेजस्वी यादव की टीम का एक प्रमुख हिस्सा हैं। इस बार उनके ‘वार रूम’ की जिम्मेदारी संभाल रहा थे। वह यूपी के बाहुबली पूर्व सांसद रिजवान जहीर के दामाद हैं।
रमीज का यूपी कनेक्शन और मर्डर का आरोप
रमीज नेमत (Rameez Nemat) के पिता का नाम नियमतुल्लाह खान है। उनका कनेक्शन यूपी के बलरामपुर जिले से है, जो नेपाल बॉर्डर से सटा हुआ है। रमीज के ससुर, रिजवान जहीर, समाजवादी पार्टी (SP) के नेता और बलरामपुर से पूर्व सांसद हैं। रमीज पर बलरामपुर की तुलसीपुर नगर पंचायत के चेयरमैन फिरोज ‘पप्पू’ की 4 जनवरी 2022 को गोली मारकर हत्या करने का आरोप है। फिरोज ‘पप्पू’ की हत्या के पीछे की वजह राजनीतिक अदावत बताई जाती है। रिजवान जहीर (Rizwan Zaheer) अपनी बेटी जेबा रिजवान (Zeba Rizwan) को तुलसीपुर का अध्यक्ष बनवाना चाहता थे, लेकिन फिरोज पप्पू की पत्नी चुनाव जीत गई थीं। फिरोज पप्पू हत्याकांड में रिजवान जहीर (Rizwan Zaheer) अभी भी जेल में बंद है। पुलिस ने इस मामले में रिजवान जहीर (Rizwan Zaheer) के साथ-साथ उसकी बेटी जेबा रिजवान और दामाद रमीज नेमत को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
रमीज नेमत पर गैंगस्टर एक्ट सहित कुल 12 मुकदमे हैं दर्ज
रमीज नेमत (Rameez Nemat) और जेबा रिजवान (Zeba Rizwan) इस वक्त जमानत पर बाहर हैं। रमीज नेमत Rameez Nemat) पर बलरामपुर के तुलसीपुर और कौशाम्बी के कोखराज थाने में हत्या, गैंगस्टर एक्ट सहित कुल 12 मुकदमे दर्ज हैं। लखनऊ में इस पूरे प्रकरण को लेकर राजनीतिक हलकों में हलचल है, क्योंकि तेजस्वी यादव की राजनीतिक रणनीतियों में रमीज की भूमिका “की पर्सन” मानी जा रही है। रमीज और तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) दोनों एक ही क्रिकेट क्लब में खेले हैं। रमीज, ससुर रिजवान जहीर (Father-in-law Rizwan Zaheer) के साथ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी मिलते रहे हैं।
रमीज नेमत (Rameez Nemat) जमानत पर बाहर होने के बावजूद, सपा के बाहुबली पूर्व सांसद के कनेक्शन का उपयोग करके बलरामपुर की सियासत में अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रहे हैं। तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की टीम में भी उसने बीते दो साल से जगह बना रखी थी।
संजय यादव की वजह से तेज प्रताप भी अलग हुए?
लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप को बिहार चुनाव से ठीक पहले परिवार और पार्टी से बाहर कर दिया गया था। तेजस्वी यादव के राजनीतिक सलाहकार संजय यादव पर तेज प्रताप को परिवार और पार्टी से बाहर करने का आरोप लगा था। गौरतलब है कि तेज प्रताप यादव भी इशारों इशारों में संजय यादव को लालू परिवार और आरजेडी का जयचंद बता चुके हैं। यही बात अब रोहिणी आचार्य भी कह रही हैं।