मोटापा और विटामिन बी6, बी12 की कमी से पुरुषों की प्रजनन क्षमता घट रही है। इससे शुक्राणु की गुणवत्ता और डीएनए (DNA) को नुकसान पहुंच रहा है। यह खुलासा अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज (JN Medical College) में हुए अध्ययन में हुआ है।
नई दिल्ली। मोटापा और विटामिन बी6, बी12 की कमी से पुरुषों की प्रजनन क्षमता घट रही है। इससे शुक्राणु की गुणवत्ता और डीएनए (DNA) को नुकसान पहुंच रहा है। यह खुलासा अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज (JN Medical College) में हुए अध्ययन में हुआ है।
अध्ययन में 18 से 55 वर्ष आयु वर्ग के 150 पुरुषों को शामिल किया गया। दो साल तक इन पुरुषों की बॉडी मास इंडेक्स (BMI), रक्त में विटामिन स्तर, शुगर प्रोफाइल और शुक्राणु का विश्लेषण (स्पर्म की गिनती, गतिशीलता व संरचना) किया गया। अध्ययन में पाया गया कि किसी पुरुष में विटामिन की कमी मिली तो किसी में शुक्राणुओं के आकार में विकृति देखी गई। इसमें शुक्राणु की गुणवत्ता खराब थी, जिससे प्रजनन क्षमता पर असर पड़ रहा था।
विशेषज्ञ डॉ. मोहम्मद असलम (Dr. Mohammad Aslam) ने बताया कि मोटे पुरुषों के शुक्राणु में 35 फीसदी स्पर्म मोटिलिटी में 35 फीसदी तक गिरावट पाई गई, क्योंकि मस्तिष्क से हार्मोन नहीं बन पा रहे थे और न ही निकल पा रहे थे। जिन पुरुषों का बीएमआई सामान्य से अधिक था, उनमें शुक्राणुओं की संख्या में औसतन 22–28 फीसदी कमी दर्ज की गई।
विटामिन बी 6 और बी12 की कमी वाले समूह में शुक्राणुओं के आकार (मॉफ्रोलॉजी) में स्पष्ट विकृति देखी गई, जो सफल निषेचन की संभावना को कम करती है। शुगर या प्री-डायबिटिक प्रोफाइल वाले पुरुषों में भी वीर्य गुणवत्ता सामान्य से कमजोर पाई गई। शरीर में अधिक वसा के कारण एंडोक्राइन (Hormones) सिस्टम प्रभावित होता है, जिससे टेस्टोस्टेरोन स्तर घटता है और शुक्राणु उत्पादन पर नकारात्मक असर पड़ता है।
विशेषज्ञ डॉ. मोहम्मद असलम (Dr. Mohammad Aslam) ने ने बताया कि बदलती जीवनशैली, फास्ट फूड संस्कृति, देर रात तक जागने और बढ़ते तनाव के चलते प्रजनन समस्याएं युवाओं में तेजी से बढ़ रही हैं। छोटी उम्र में हार्निया की समस्या होने की वजह बांझपन का खतरा हो सकता है। वहीं, नशा और सेक्सवर्धक दवाओं के सेवन से पुरुषों में बांझपन की समस्या बढ़ रही है।
ऐसे सुधरेगी पुरुष प्रजनन क्षमता
जीवनशैली में सुधार
संतुलित आहार
रोजाना एक घंटा व्यायाम
शुगर पर नियंत्रण