1. हिन्दी समाचार
  2. दिल्ली
  3. रूस के राष्ट्रपति पुतिन अमेरिका के साथ खेल रहे है- वोलोदिमीर जेलेंस्की

रूस के राष्ट्रपति पुतिन अमेरिका के साथ खेल रहे है- वोलोदिमीर जेलेंस्की

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का एक बड़ा बयान सामने आया है। उन्हे कहा कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन जो चाहते थे वह अमेरिका ने उन्हे दे दिया है। पुतिन अमेरिका और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ खेल रहे है। अलास्का में हुए दोनों राष्ट्रपतियों की मीटिंग पर यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने सवाल उठाए हैं। जेलेंस्की का आरोप है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने रूसी समकक्ष पुतिन को वो सारी चीजें दे दी हैं, जिसकी मांग उन्होंने की थी।

By Satish Singh 
Updated Date

नई दिल्ली। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का एक बड़ा बयान सामने आया है। उन्हे कहा कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन जो चाहते थे वह अमेरिका ने उन्हे दे दिया है। पुतिन अमेरिका और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ खेल रहे है। अलास्का में हुए दोनों राष्ट्रपतियों की मीटिंग पर यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने सवाल उठाए हैं। जेलेंस्की का आरोप है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने रूसी समकक्ष पुतिन को वो सारी चीजें दे दी हैं, जिसकी मांग उन्होंने की थी।
एबीसी न्यूज चैंनल को इंटरव्यू देते हुए यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनालड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति पुतिन के बीच हुई बैठक में कोई सफलता नहीं मिली थी। अमेरिका ने यूक्रेन को रूस के बीच शांति समझौते की मध्यस्थता की कोशिश बेकार गई है। दोनों राष्ट्रपति की मुलाकात 15 अगस्त को अलास्का में हुई थी। राष्ट्रपति पुतिन को बैठक में मनमाफिक चीज मिल गई है। जेलेंस्की ने कहा कि यह हमारे लिए अफोस की बात है कि उस बैठक यूक्रेन वहां नहीं था। मुझे लगता है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने पुतिन को वह सबकुछ दे दिया जो वह चाहते थे। पुतिन राष्ट्रपति ट्रंप से मिलना चाहते थे और वह मिल भी लिए है।

पढ़ें :- अमेरिका ने युद्ध रोकने के लिए जेलेंस्की से कहा, अपने कुछ क्षेत्र छोड़ने के साथ ही सेना का आकार करे कम

रूस का मकसद था सिर्फ शिखर वर्ता की फोटो लेना

यूक्रेन के राष्ट्रपति जेंलेस्की ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन अमेरिका के साथ खेल खेल रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि रूसी नेता का मकसद सिर्फ ट्रंप के साथ अपनी शिखर वार्ता के वीडियो और फोटोज पूरी दुनिया को दिखाना मकसद था और वे इसमें कामयाब रहे। उन्होंने मॉस्को पर दबाव बढ़ाने का आह्वान करते हुए कहा कि यह कहीं से भी उचित नहीं है कि यूरोपीय संघ के कुछ देश रूसी तेल और गैस खरीदना जारी रखें।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...