सचिन पायलट ने साफ कर दिया कि अगर तीनों मांगे नहीं मानी गईं तो युवाओं के लिए भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरे प्रदेश में आंदोलन करूंगा। हम गांव में हर जगह जनता के साथ पैदल चलेंगे। मैंने कभी किसी पर आरोप नहीं लगाया किसी के खिलाफ बुरा शब्द नहीं निकाला। आप मुझे गाली दो, आरोप लगाओ मुझे चिंता नहीं। जनता ही जनार्दन होती है, जिन बच्चों के पेपर रद्द हो गये वो हताश होते हैं, लेकिन इसकी कोई जरूरत नहीं।
Sachin Pilot News: राजस्थान कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट (Sachin Pilot) इन दिनों अपनी यात्रा को लेकर चर्चाओं में हैं। पिछली भाजपा सरकार पर हमले के साथ वो गहलोत सरकार पर भी निशाना साध रहे हैं। सचिन पायलट (Sachin Pilot) की जन संघर्ष यात्रा का सोमवार पांचवा और आखिरी दिन था। उन्होंने इस दौरान कहा कि मेरे काम करने के तरीके पर, मेरी निष्ठा पर मेरे घोर विरोधी भी उंगली नहीं उठा सकते। उन्होंने कहा कि मैं किसी पद पर रहूं या नहीं रहूं लेकिन राजस्थान की जनता की सेवा अंतिम सांस तक करता रहूंगा। मैं डरने वाला नहीं हूं।
सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने साफ कर दिया कि अगर तीनों मांगे नहीं मानी गईं तो युवाओं के लिए भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरे प्रदेश में आंदोलन करूंगा। हम गांव में हर जगह जनता के साथ पैदल चलेंगे। मैंने कभी किसी पर आरोप नहीं लगाया किसी के खिलाफ बुरा शब्द नहीं निकाला। आप मुझे गाली दो, आरोप लगाओ मुझे चिंता नहीं। जनता ही जनार्दन होती है, जिन बच्चों के पेपर रद्द हो गये वो हताश होते हैं, लेकिन इसकी कोई जरूरत नहीं।
भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारा संघर्ष
बता दें कि, सचिन पायलट (Sachin Pilot) अपनी ही सरकार पर काफी दिनों से हमलावर हैं। वो लगातार किसी न किसी मुद्दे को लेकर निशान साध रहे हैं। वहीं, सीएम अशोक गहलोत भी पायलट पर निशाना साधने से पीछे नहीं हट रहे हैं। ऐसे में साफ हो गया है कि राजस्थान कांग्रेस में रार बढ़ती जा रही है। हालांकि, सचिन पायलट (Sachin Pilot) कह रहे हैं कि हमारा संघर्ष किसी नेता के खिलाफ नहीं है। ये भ्रष्टाचार के खिलाफ है। राजस्थान में हमारी सरकार हटी थी तब कांग्रेस की बहुत कम सीट थी। तब मुझे कहा गया कि आपको कांग्रेस का अध्यक्ष बनना है। हमने पांच साल एकजुट होकर काम किया। वसुंधरा राजे के शासन में जो भ्रष्टाचार हुआ उस पर हमने आरोप लगाया। जब हमारी सरकर बनी तो जो हमने कहा था वो हमने किया, लेकिन जो आरोप हमने लगाया था उसको आज साढ़े चार साल हो गए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।