29 मार्च को शनिश्चरी अमावस्या है। इस अवसर पर जहां पवित्र नदियों में श्रद्धालुओं द्वारा स्नान कर पुण्य प्राप्त किया जाएगा तो वहीं ज्योतिषियों के अनुसार इस दिन कुछ खास उपाय कर भगवान शनिदेव को प्रसन्न भी किया जा सकता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिन जातकों की जन्मकुंडली में शनि की स्थिति शुभ नहीं है, उन्हें इस दिन कुछ खास उपाय करने चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से शनि दोष से मुक्ति व शनि के अशुभ प्रभाव कम होते हैं।
शनि कृपा प्राप्त करने के लिए शनिदेव के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। उसमें काली उड़द की साबुत दाल, थोड़े काले तिल और एक लोहे की कील डालनी चाहिए।
शनि अमावस्या के दिन काले तिल, काला कंबल, उड़द की दाल और काले वस्त्र गरीबों व जरूरतमंद को दान करना चाहिए।
इस दिन पीपल के पेड़ की सात बार परिक्रमा करनी चाहिए और उसके समक्ष दीपक जलाना चाहिए।
इस दिन काले कुत्ते को सरसों का तेल लगाकर रोटी खिलानी चाहिए।
शमी के पेड़ की पूजा करना अत्यंत शुभ फलदायी मानी गई है।
शनि अमावस्या पर गंगा स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलने की मान्यता है।
हनुमान जी को सिंदूर और घी का चोला चढ़ाकर गुड़ और चने का भोग लगाना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से बजरंगबली प्रसन्न होते हैं और शनि कृपा प्राप्त होती है।