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Shubhman Gill Jeevan Parichay: खानदान में करते रहे लोग पहलवानी, लेकिन बल्ला उठा शुभमन गिल ने तोड़ा परंपरा

शुभमन गिल आज वो नाम है जो हर किसी के जुबान पर है। उनकी बल्लेबाजी, उनकी स्टाइल को पसंद करने वाले क्रिकेट के फैंस की तदाद काफी लंबी है। शुभमन गिल का जन्म 8 सितम्बर 1999 को फज़िल्का, पंजाब में हुआ। फज़िल्का में गिल परिवार के खेत और जमीनें हैं। शुभमन के पिता का नाम लखविंदर सिंह है। शुभमन के पिता खेतों में काम करने वाले लोगों से शुभमन की बैटिंग प्रैक्टिस में मदद के लिए बाल फेंकने के लिए कहते थे।

By प्रिन्स राज 
Updated Date

Shubhman Gill Jeevan Parichay: शुभमन गिल आज वो नाम है जो हर किसी के जुबान पर है। उनकी बल्लेबाजी, उनकी स्टाइल को पसंद करने वाले क्रिकेट के फैंस की तदाद काफी लंबी है। शुभमन गिल का जन्म 8 सितम्बर 1999 को फज़िल्का, पंजाब में हुआ। फज़िल्का में गिल परिवार(Gill family) के खेत और जमीनें हैं। शुभमन के पिता का नाम लखविंदर सिंह है। शुभमन के पिता खेतों में काम करने वाले लोगों से शुभमन की बैटिंग प्रैक्टिस में मदद के लिए बाल फेंकने के लिए कहते थे।

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शुभमन के पिता बताते हैं कि शुभमन को 3 वर्ष की उम्र से ही Cricket में रूचि थी। शुभमन गिल बैट-बॉल के अलावा बाकी खिलौनों से खेलते ही नहीं थे। शुभमन के पिता लखविंदर वैसे तो कभी भी प्रो​फेशनल क्रिकेटर नहीं रहे, लेकिन उनकी क्रिकेट की समझ काफी अच्छी है। दरअसल, लखविंदर के पिता यानी शुभमन के दादा दीदार सिंह खुद अच्छे कबडडी खिलाडी थे। उनके खानदान में पहलवानी होती रही थी, इसलिए वे लखविंदर को भी पहलवान बनाना चाहते थे। लेकिन, एक हादसे में लखविंदर की जांघ की हडडी टूट गई और इसी के साथ उनका सपना भी अधूरा रह गया।

कैसे की शुरुआत

शुभमन के पिता अपने बेटे में क्रिकेट की इस दीवानगी को देखकर उसे प्रोफेशनल क्रिकेट कोचिंग(Cricket Coaching) दिलाने को सोचने लगे। इस निश्चय को पूरा करने के लिए गिल परिवार ने मोहाली, पंजाब में बसने का निर्णय लिया। मोहाली में PCA स्टेडियम के पास उन्होंने एक किराये का मकान लिया और शुभमन की क्रिकेट कोचिंग शुरू हो गयी।
Gill ने पूरे जोश और पैशन से क्रिकेट सीखना शुरू किया और कुछ वर्षों में ही इसके नतीजे दिखने लगे। शुमभन ने 2016-17 में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में पंजाब के लिए खेलते हुए अपना खाता खोला।

फरवरी 2017 में विजय हजारे ट्राफी और नवम्बर 2017 में रणजी ट्राफी मैच से शुभमन ने प्रोफेशनल क्रिकेट की दुनिया में कदम रखा। अंडर-16 टीम में विजय मर्चेंट ट्राफी के लिए खेलते हुए शुभमन ने नाबाद डबल सेंचुरी लगाकर शुरुआत की। विगत दो वर्षों से BCCI की तरफ से शुभमन गिल को बेस्ट जूनियर (Best Junior) क्रिकेटर घोषित किया गया है। अंडर-19 टीम में खेलते हुए शुभमन ने इंग्लैंड के खिलाफ वन डे मैच में 147 रन बनाये। इस मैच सीरीज में शुभमन गिल मैन ऑफ़ द सीरीज पुरस्कार पाया।

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डोमेस्टिक क्रिकेट में पदार्पण

शुभमन गिल ने अपने क्रिकेटर बनाने के सपने के लिए खूब मेहनत किया। क्रिकेट की समझ और स्किल(skill) की वजह से मात्र 18 साल की उम्र में ही उन्हें 2017 में पंजाब के रणजी टीम में शामिल कर लिया गया। शुभमन गिल को 25 फरवरी 2017 को पंजाब टीम में शामिल कर लिया गया। शुभमन गिल ने 5 फरवरी 2017 में विदर्भ के खिलाफ लिस्ट ए मैचों में डेब्यु किया। अपने पहले लिस्ट ए मैच में गिल ने केवल 21 रन ही बनाए।

वर्ल्ड कप अंडर-19 में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के कारण ही IPL 2108 के लिए केकेआर कोलकाता (Kolkatta)टीम ने गिल को खरीद लिया। वर्ल्ड कप अंडर-19 में सेमीफाइनल मैच में पाकिस्तान के खिलाफ गिल ने अपना पहला शतक लगाया जो की 2018 के अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप में किसी भी भारतीय का पहला शतक है। 27-28 जनवरी 2018 को हुए आईपीएल ऑक्शन में केकेआर ने गिल को 1.8 करोड़ रुपये में खरीदा। तब से वो अब तक केकेआर की टीम से जुड़े हुए हैं।

 

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