भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माक्सर्वादी) के महासचिव सीताराम येचुरी का गुरुवार निधन हो गया। उन्होंने 72 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। बीते काफी दिनों से वो बीमार चल रहे थे, जिसके कारण पिछले दिनों उन्हें एम्स में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। सीताराम येचुरी के निधन पर कांग्रेस सांसद और नेता विपक्ष राहुल गांधी ने दुख जताया है।
नई दिल्ली। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माक्सर्वादी) के महासचिव सीताराम येचुरी का गुरुवार निधन हो गया। उन्होंने 72 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। बीते काफी दिनों से वो बीमार चल रहे थे, जिसके कारण पिछले दिनों उन्हें एम्स में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। सीताराम येचुरी के निधन पर कांग्रेस सांसद और नेता विपक्ष राहुल गांधी ने दुख जताया है।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, सीताराम येचुरी जी दोस्त थे। उन्हें भारत की गहरी समझ थी और वे भारत की विचारधारा के रक्षक थे। मैं उनके साथ लंबी बातचीत को मिस करूंगा। उनके परिवार, दोस्तों औऱ समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।
वहीं, राजद नेता मनोज झा ने कहा, इस खबर पर अभी तक भरोसा ही नहीं हो रहा है। कुछ ही समय पहले उनसे मुलाकात हुई थी। बीते दिनों मैं उनसे लगातार संपर्क में रहा। लालू यादव जी के साथ उनका एक लंबा संगठन रहा। ये उम्र जाने की नहीं थी। अभी बहुत कुछ बाकी था। उनके परिवार, साथियों को ईश्वर संबल दें।
Sitaram Yechury ji was a friend.
A protector of the Idea of India with a deep understanding of our country.
पढ़ें :- Video-राहुल गांधी ने वीडियो शेयर मोदी सरकार को घेरा, लिखा-यह एक ख़ास और पुराना रिश्ता है
I will miss the long discussions we used to have. My sincere condolences to his family, friends, and followers in this hour of grief. pic.twitter.com/6GUuWdmHFj
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 12, 2024
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी येचुरी के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने लिखा, सीताराम येचुरी के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ। उनका निधन देश की राजनीति को बड़ा नुकसान है। मैं उनके परिवार, दोस्तों और करीबियों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करती हूं।
इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने लिखा कि, सीपीएम महासचिव व पूर्व सांसद कॉमरेड सीताराम येचुरी जी के असामयिक निधन की ख़बर सुन दुखी हूं। वे गरीबों के लिए लड़ने वाले एक संघर्षशील नेता एवं मिलनसार व्यक्तित्व के धनी थे। उनके निधन से भारतीय राजनीति को अपूरणीय क्षति हुई है। ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें।