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चंडीगढ़ कोर्ट में निलंबित AIG ने दामाद की गोली मारकर की हत्या: घरेलू विवाद में समझौते के लिए आए थे दोनों पक्ष

Murder in Chandigarh Court: चंडीगढ़ के सेक्टर 43 डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के सर्विस ब्लॉक के दूसरी मंजिल पर स्थित मेडिएशन सेंटर में गोली चलने का मामला सामने आया है। यहां पर घरेलू विवाद समझौते के लिए पहुंचे पंजाब पुलिस के निलंबित एआईजी मालविंदर सिंह सिद्धू ने अपने दामाद हरप्रीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक कृषि विभाग में आईआरएस था। 

By Abhimanyu 
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Murder in Chandigarh Court: चंडीगढ़ के सेक्टर 43 डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के सर्विस ब्लॉक के दूसरी मंजिल पर स्थित मेडिएशन सेंटर में फायरिंग का सनसनीखेज मामला मामला सामने आया है। यहां पर घरेलू विवाद समझौते के लिए पहुंचे पंजाब पुलिस के निलंबित एआईजी मालविंदर सिंह सिद्धू (Malvinder Singh Sidhu) ने अपने दामाद हरप्रीत सिंह (Harpreet Singh) की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक कृषि विभाग में आईआरएस था।

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मृतक हरप्रीत सिंह अपनी पत्नी के साथ वैवाहिक विवाद में उलझा हुआ था और मामले की सुनवाई के लिए डिस्ट्रिक्ट कोर्ट पहुंचा था। पुलिस ने बताया कि घरेलू विवाद में यह तीसरी मध्यस्थता सुनवाई थी। दोनों परिवार मध्यस्थता सत्र के लिए डिस्ट्रिक्ट कोर्ट पहुंचे थे। सत्र के दौरान, दोनों पक्षों के बीच बातचीत चल रही थी कि तभी आरोपी मलविंदर सिंह ने शौचालय जाने का अनुरोध किया और इस पर उसके दामाद ने कहा कि मैं रास्ता बताता हूं। दोनों कमरे से बाहर निकल गए।

बताया रहा है कि कमरे से बाहर निकलने के बाद आरोपी ने हथियार निकाला और हरप्रीत को दो गोली मार दी, जिससे वह जमीन पर गिर गया। वहीं, गोली की आवाज सुनते ही कोर्ट में मौजूद वकील और अन्य लोग मौके पर पहुंचे और उन्होंने आरोपी को पकड़कर एक कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद पुलिस को घटना की सूचना दी गयी। हरप्रीत के परिवार के सदस्यों और कुछ वकीलों ने उसको एक निजी वाहन से सेक्टर 16 के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।

बता दें कि आरोपी मालविंदर सिंह सिद्धू पहले भी विवादों में रह चुका है। पिछले साल उसे भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार किया गया था। पिछले साल नवंबर में, पंजाब सतर्कता ब्यूरो ने सिद्धू के खिलाफ अपने पद का दुरुपयोग करने, धोखाधड़ी, ब्लैकमेल, जबरन वसूली और सरकारी कर्मचारियों से रिश्वत लेने का मामला दर्ज किया था।

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