भारतीय निशानेबाज स्वप्निल कुशाले ने गुरुवार को 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन स्पर्धा में पहला ओलंपिक कांस्य पदक जीता। इसी के साथ चल रहे पेरिस ओलंपिक 2024 में देश के कुल पदकों की संख्या तीन हो गई। कुशाले ने आठ निशानेबाजों के फाइनल में कुल 451.4 अंक हासिल कर तीसरा स्थान हासिल किया, जबकि एक समय वे छठे स्थान पर थे।
Swapnil Kusale Paris Olympics 2024 : भारतीय निशानेबाज स्वप्निल कुशाले ने गुरुवार को 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन स्पर्धा में पहला ओलंपिक कांस्य पदक जीता। इसी के साथ चल रहे पेरिस ओलंपिक 2024 में देश के कुल पदकों की संख्या तीन हो गई। कुशाले ने आठ निशानेबाजों के फाइनल में कुल 451.4 अंक हासिल कर तीसरा स्थान हासिल किया, जबकि एक समय वे छठे स्थान पर थे। स्वप्निल के यहां तक पहुचने का सफर आसान नहीं था। ओलंपिक कांस्य पदक विजेता स्वप्निल कुशाले के माता पिता ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्हें यकीन था कि उनका बेटा तिरंगे और देश के लिये पदक जीतेगा ।
स्वप्निल के पिता ने कोल्हापुर में पत्रकारों से कहा ,‘‘ हमने उसे उसके खेल पर फोकस करने दिया और कल फोन भी नहीं किया ।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ पिछले दस बारह साल से वह घर से बाहर ही है और अपनी निशानेबाजी पर फोकस कर रहा है । उसके पदक जीतने के बाद से हमें लगातार फोन आ रहे हैं ।’’
स्वप्निल के पिता सुरेश कुसाले, जो खुद एक पूर्व राष्ट्रीय स्तर के निशानेबाज थे, ने उन्हें बचपन में ही खेल की दुनिया से परिचित करा दिया था। स्वप्निल कुसाले की माता का नाम अनीता कुसाले है, स्वप्निल कुसाले के भाई सूरज कुसाले भी एथलीट है।
महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के कम्बलवाड़ी गांव में कुकुशाले स्वप्निल कुशाले का जन्म 6 अगस्त 1995 को हुआ था। उनके पिता ने उन्हें महाराष्ट्र सरकार के क्रीडा प्रबोधिनी खेल कार्यक्रम में दाखिला दिलाया। एक साल की कड़ी शारीरिक ट्रेनिंग के बाद, कुशाले को एक खेल चुनना था और अंत में उन्होंने शूटिंग को चुना। 2015 में, वह पुणे में भारतीय रेलवे के लिए टिकट कलेक्टर बन गए, जिससे उन्हें अपनी पहली राइफल खरीदने में मदद मिली।
शूटिंग की दुनिया में कुशाले की उपलब्धियां उल्लेखनीय हैं। उन्होंने कुवैत में 2015 एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप में 50 मीटर राइफल प्रोन 3 इवेंट में स्वर्ण पदक जीता। इसके अलावा, उन्होंने तुगलकाबाद में 59वीं राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप जीती, जिसमें गगन नारंग और चैन सिंह जैसे जाने-माने निशानेबाजों को पीछे छोड़ दिया।
स्वप्निल ने काहिरा में 2022 विश्व चैंपियनशिप में चौथा स्थान हासिल किया, जिससे भारत के लिए ओलंपिक कोटा स्थान अर्जित हुआ। पुणे में जन्मे निशानेबाज ने 2022 एशियाई खेलों में टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता और बाकू में 2023 विश्व कप में मिश्रित टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक हासिल किया, साथ ही व्यक्तिगत और टीम स्पर्धाओं में दो रजत पदक जीते। कुसाले ने 2022 विश्व चैंपियनशिप में टीम स्पर्धा में कांस्य पदक और नई दिल्ली में 2021 विश्व कप में टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक भी जीता। उनकी सफलता को गोला-बारूद की खरीद के तहत सहायता, एक निजी कोच के साथ घरेलू प्रशिक्षण और टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (TOPS) के माध्यम से 17,58,557 रुपये की वित्तीय सहायता द्वारा समर्थित किया गया है।