Rahu Shukra Yuti 2026 : विद्वान ज्योतिषियों के नजरिए से साल 2026 बहुत ही खास रहने वाला है। नए वर्ष 2026 की शुरुआत में शुक्र कुंभ राशि में विचरण करेंगे, जहां राहु भी बैठे हुए हैं। ऐसे में साल 2026 की शुरुआत में कुंभ राशि में राहु-शुक्र की युति होगी।
Rahu Shukra Yuti 2026 : विद्वान ज्योतिषियों के नजरिए से साल 2026 बहुत ही खास रहने वाला है। नए वर्ष 2026 की शुरुआत में शुक्र कुंभ राशि में विचरण करेंगे, जहां राहु भी बैठे हुए हैं। ऐसे में साल 2026 की शुरुआत में कुंभ राशि में राहु-शुक्र की युति होगी।
Shukra Nakshatra Parivartan 2025 : ऐश्वर्य और आकर्षण के देवता शुक्र देव 29 नवंबर 2025 को विशाखा नक्षत्र से निकलकर अनुराधा नक्षत्र में गोचर कर जाएंगे। ज्योतिष शास्त्र में शुक्र का गोचर और नक्षत्र परिवर्तन बहुत ही खास माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अनुराधा, शुक्र के मित्र ग्रह
Mercury Combust In Scorpio : ग्रहों के राजकुमार बुध देव का गोचर होने वाला है। बुध देव को तार्किक और बौद्धिक क्षमता का प्रदाता माना जाता है। ज्योतिष में बुध ग्रह संचार, बुद्धि, तर्क, यात्रा, व्यापार और विश्लेषणात्मक सोच का प्रतिनिधित्व करता है। बुध का खराब होना व्यक्ति के लिए
Guru Gochar 2025 : देवताओं के गुरु बृहस्पति को वैदिक ज्योतिष में अत्यंत शुभ और महान लाभकारी माना जाता है। बृहस्पति को देवताओं का पुरोहित और गुरु माना जाता है। कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि 18 अक्टूबर को दोपहर 12.18 बजे से 19 अक्टूबर को दोपहर 01.51 बजे तक रहेगी। 18-19
Guru Gochar 2025 : देवताओं के गुरु बृहस्पति गोचर करने वाले है। ज्ञान और शुभता के कारक ग्रह गुरु राशि परिवर्तन करने वाले है। अब 18 अक्टूबर को गुरु ग्रह का गोचर होने वाला है। वह कर्क राशि में गोचर करने वाले हैं। वह इस राशि में 4 दिसंबर तक
Shani Nakshatra Parivartan 2025 : ग्रह मंडल के न्यायाधीश और सूर्य पुत्र शनि देव 3 अक्टूबर 2025, यानी आज शनि नक्षत्र परिवर्तन करके पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश करने जा रहे है। इस नक्षत्र के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं। सभी के कर्मों का हिसाब किताब रखने वाले शनिदेव का नक्षत्र परिवर्तन
Kanya Sankranti 2025 : सूर्य देव को आत्मा का कारक कहा जाता है। सूर्य देव ग्रहों का राजा भी कहा जाता है। ब्रह्माण्ड (universe) में उर्जा और प्रकाश के मुख्य स्रोत्र के रूप में सूर्य नारायण की पूजा होती है। सूर्य देव आनी चाल चलते हुए जब कन्या राशि में