गोवा के बिर्च होटल में लगी आग के सिलसिले में वांछित दोनों सगे भाईयों गौरव लूथरा और सौरभ लूथरा को थाईलैंड में हिरासत में ले लिया गया है। उम्मीद है कि उन्हें जल्द ही भारत डिपोर्ट कर दिया जाएगा। भारत और थाईलैंड के बीच 2013 से प्रत्यर्पण संधि लागू है। यह संधि वित्तीय अपराधों सहित भगोड़े अपराधियों के प्रत्यर्पण के लिए एक मजबूत कानूनी ढांचा प्रदान करती है।
नई दिल्ली। गोवा के बिर्च होटल (Birch Hotel) में लगी आग के सिलसिले में वांछित दोनों सगे भाईयों गौरव लूथरा और सौरभ लूथरा (Gaurav Luthra and Saurabh Luthra) को थाईलैंड में हिरासत में ले लिया गया है। उम्मीद है कि उन्हें जल्द ही भारत डिपोर्ट (Deport) कर दिया जाएगा। भारत और थाईलैंड के बीच 2013 से प्रत्यर्पण संधि (extradition treaty) लागू है। यह संधि वित्तीय अपराधों सहित भगोड़े अपराधियों के प्रत्यर्पण (extradition of fugitive criminals) के लिए एक मजबूत कानूनी ढांचा प्रदान करती है। दोनों देशों के बीच सजायाफ्ता व्यक्तियों के हस्तांतरण पर एक समझौता भी 2012 से लागू है। गोवा पुलिस के अनुसार भाइयों पर सात दिसंबर को देश से भागने का मामला दर्ज किया गया था।
इंटरपोल (Interpol) द्वारा फरार आरोपियों के खिलाफ जारी ब्लू कॉर्नर नोटिस के बाद थाई के अधिकारियों ने आरोपियों को थाईलैंड में गिरफ्तार कर लिया है। बता दे कि छह दिसंबर को देर रात बिर्च बाय रोमियो लेन नाइटक्लब (Birch by Romeo Lane Nightclub) में लगी भीषण आग में पांच पर्यटकों और 20 कर्मचारियों सहित 25 लोगों की जान चली गई। यह रेस्टोरेंट गौरव लूथरा और सौरभ लूथरा का है, जो बिर्च बाय रोमियो लेन के भी मालिक हैं। इस बीच अरपोरा नाइटक्लब (Arpora Nightclub) आग मामले में गिरफ्तार आरोपी अजय गुप्ता को गुरुवार को गोवा लाया गया और गोवा पुलिस टीम उसे अंजुना पुलिस स्टेशन ले जा रही है। बिर्च बाय रोमियो लेन नाइटक्लब के चार मालिकों में से एक गुप्ता को 10 दिसंबर को दिल्ली की साकेत कोर्ट ने 36 घंटे की ट्रांजिट रिमांड दी थी। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने रोहिणी कोर्ट को बताया था कि आरोपी भाई गौरव और सौरभ लूथरा गोवा क्लब आग त्रासदी के तुरंत बाद देश छोड़कर चले गए थे और गोवा की एक अदालत ने उनके खिलाफ पहले ही गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया था। उनकी सुरक्षा की याचिका का विरोध करते हुए, राज्य ने कहा कि भाई जानबूझकर जांच से बच रहे हैं और उन्हें कोई अंतरिम राहत नहीं दी जानी चाहिए। हालांकि आरोपियों ने अपने वकील के माध्यम से अदालत को बताया कि उन्हें भारत में उतरने पर गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने तर्क दिया कि वे काम से संबंधित कारणों से थाईलैंड गए थे और अब लौटना चाहते थे लेकिन हिरासत में कार्रवाई से डरते थे। उनके वकीलों ने ज़ोर देकर कहा कि आवेदकों ने गोवा में सक्षम कोर्ट से संपर्क करने के लिए सिर्फ़ थोड़े समय के लिए ट्रांज़िट सुरक्षा मांगी थी। रोहिणी कोर्ट ने बुधवार को ट्रांज़िट अग्रिम ज़मानत आवेदनों पर सुनवाई की और उनकी स्वीकार्यता पर सवाल उठाया। यह देखते हुए कि आवेदक अभी कोर्ट के अधिकार क्षेत्र में नहीं थे। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि जांच रिपोर्ट आठ दिनों के भीतर तैयार हो जाएगी, जबकि राज्य पीड़ितों के परिवारों को मुआवज़ा देना शुरू कर रहा है और मनोरंजन स्थलों पर सुरक्षा ऑडिट और प्रवर्तन को तेज़ कर रहा है। ज़िला प्रशासन ने गोवा के वागाटोर में रोमियो लेन रेस्टोरेंट के एक हिस्से को गिरा दिया है।