Four Labour Codes: वोटर रोल के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को लेकर संसद में दो दिन की कार्रवाई टलने के बाद, केंद्र सरकार ने अगले हफ़्ते इस मुद्दे पर बहस करने का ऐलान किया। सरकार और विपक्ष “वंदे मातरम” के 150 साल पूरे होने पर चर्चा करने पर भी सहमत हुए। हालांकि, विपक्ष अब नए विरोध प्रदर्शन की तैयारी में जुट गया है। वे बुधवार को संसद के बाहर चार लेबर कोड के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे।
Four Labour Codes: वोटर रोल के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को लेकर संसद में दो दिन की कार्रवाई टलने के बाद, केंद्र सरकार ने अगले हफ़्ते इस मुद्दे पर बहस करने का ऐलान किया। सरकार और विपक्ष “वंदे मातरम” के 150 साल पूरे होने पर चर्चा करने पर भी सहमत हुए। हालांकि, विपक्ष अब नए विरोध प्रदर्शन की तैयारी में जुट गया है। वे बुधवार को संसद के बाहर चार लेबर कोड के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे।
दरअसल, केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि चार लेबर कोड – कोड ऑन वेजेज, 2019, इंडस्ट्रियल रिलेशन्स कोड, 2020, कोड ऑन सोशल सिक्योरिटी, 2020 और ऑक्यूपेशनल सेफ्टी, हेल्थ एंड वर्किंग कंडीशंस कोड, 2020 – 21 नवंबर से लागू हो गए हैं, जिससे 29 मौजूदा लेबर कानूनों को बेहतर बनाया गया है। सरकार ने लेबर कोड के कई फ़ायदों में समय पर वेतन, महिलाओं को नाइट शिफ्ट में शामिल करना और गिग वर्कर्स के लिए सोशल सिक्योरिटी पर ज़ोर दिया। हालांकि, विपक्ष ने इससे जुड़े कई अहम पहलुओं को लेकर चिंता जाहिर की है।
कांग्रेस ने एक्स पोस्ट में लिखा, “मोदी सरकार नए लेबर कोड लेकर आई है, जिनमें कामगारों के साथ अन्याय किया जा रहा है- उनका हक छीना जा रहा है। आज INDIA गठबंधन के सांसदों ने इस नए लेबर कोड के खिलाफ संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया।”