सर्दियों में आग तापना आम बात है जो की हर कोई करता है। खासकर गाँव में सुबह की चाय आग तापने से ही शुरू होती हैं और शाम को लोग काम से आए तो भी हाथ पैर को थोड़ा सुकून देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आदत आपकी सेहत को अनजाने में कितना बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है? जी हां, आग तापना कई गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है।अक्सर लोग कोयला या लड़की की आग जलाकर बैठते हैं और माहौल का आनंद लेते हैं, लेकिन इससे निकलते धुएं में लाखों छोटे-छोटे कण होते हैं, जो रेस्पिरेटरी सिस्टम और सेहत पर बुरा प्रभाव डालता है।
सर्दियों में आग तापना आम बात है जो की हर कोई करता है। खासकर गाँव में सुबह की चाय आग तापने से ही शुरू होती हैं और शाम को लोग काम से आए तो भी हाथ पैर को थोड़ा सुकून देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आदत आपकी सेहत को अनजाने में कितना बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है? जी हां, आग तापना कई गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है।
अक्सर लोग कोयला या लड़की की आग जलाकर बैठते हैं और माहौल का आनंद लेते हैं, लेकिन इससे निकलते धुएं में लाखों छोटे-छोटे कण होते हैं, जो रेस्पिरेटरी सिस्टम और सेहत पर बुरा प्रभाव डालता है। आज हम इस आर्टिकल में आपको बताएँगे कि किस तरह इससे कौन कौंन सी बीमारी होती है।लकड़ी जलाने से निकलने वाला धुआं फेफड़ों के लिए बेहद नुकसानदायक होता है। इससे खांसी, सांस फूलना, अस्थमा और एलर्जी जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
फेफड़ों के लिए हानिकारक
लंबे समय तक धुएं के संपर्क में रहने से फेफड़ों के काम करने की क्षमता कम हो जाती है। इससे लंग इन्फेक्शन और अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा बन सकता है।
इम्युनिटी कमजोर होना
बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों पर आग का धुआं ज्यादा असर डालता है। उनकी इम्युनिटी कमजोर होती है, जिससे इन्फेक्शन और सांस की बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
हार्ट हेल्थ पर असर
दिल के मरीजों के लिए अचानक ज्यादा गर्मी में बैठना और भी अधिक जोखिम भरा माना जाता है, क्योंकि शरीर का तापमान तेजी से बदलता है। साथ ही, आग से निकलता धुआं हार्ट अटैक, स्ट्रोक, असामान्य दिल की धड़कन और अचानक मौत का खतरा काफी बढ़ा देता है।
आंख और नाक में जलन
आग के पास ज्यादा देर बैठने से आंखों में जलन, पानी आना और रेडनेस जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, लड़की से निकलने वाली गर्म हवा और धुएं से नाक सूखना, जलन, नाक बहना और छींकें जैसी अन्य परेशानियां हो सकती हैं।
याददाश्त कमजोर होना
लकड़ी के धुएं के लगातार संपर्क में रहने से यह हमारे शरीर के साथ दिमाग को भी कमजोर कर देता है, जिससे सिरदर्द हो सकता है और याददाश्त पर भी बुरा असर दिख सकता है।