पीएम ने कहा, जिस आप-दा सरकार के पास दिल्ली के लिए कोई विजन न हो, जिसे दिल्ली की परवाह न हो, वह दिल्ली का विकास नहीं कर सकती है। दिल्ली को आधुनिक बनाने के लिए जितने भी काम हैं वो केंद्र की भाजपा सरकार ही कर रही है। आप-दा वालों ने दिल्ली के 10 साल बर्बाद कर दिए। आप-दा वालों को कोई भी दायित्व मिलने का मतलब है... दिल्ली के लोगों को दंड मिलना। साथ ही कहा, जब दिल्ली के लोग कोरोनो से जूझ रहे थे, जब दिल्ली के लोग ऑक्सीजन और दवाओं के लिए भटक रहे थे।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के रोहिणी में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, हम 2025 में हैं। 21वीं सदी को 25 साल बीत चुके हैं यानी, एक चौथाई सदी गुजर गई है। इस दौरान दिल्ली में नौजवानों की दो या तीन पीढ़ी जवान हो चुकी है। अब आने वाले 25 साल भारत के भविष्य के लिए, दिल्ली के भविष्य के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। ये 25 साल, भारत को विकसित राष्ट्र बनते हुए देखेंगे। हम उसके भागीदार होंगे। ये भारत को आधुनिकता के एक नए दौर से गुजरते हुए देखेंगे। विकसित भारत के इस सफर का एक बहुत बड़ा पड़ाव जल्द ही आने वाला है। जब भारत, दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बनेगा।
उन्होंने आगे कहा, मैं दिल्ली के लोगों से एक विशेष आग्रह करने के लिए आया हूं। मैं दिल्ली वासियों से दिल्ली के उज्ज्वल भविष्य के लिए भाजपा को अवसर देने का आग्रह करने आया हूं। ये भाजपा ही है जो दिल्ली का विकास कर सकती है। बीते 10 साल में दिल्ली ने जिस तरह की राज्य सरकार देखी है, वो किसी ‘आप-दा’ से कम नहीं है। यह एहसास आज दिल्ली वालों को अच्छे से हो चुका है। इसलिए अब दिल्ली में एक ही आवाज़ गूंज रही है- आप-दा नहीं सहेंगे… बदल के रहेंगे।
अब दिल्ली विकास की धारा चाहती है और मुझे खुशी है कि दिल्ली का विश्वास भाजपा पर है।भाजपा पर ये विश्वास इसलिए है, क्योंकि भाजपा सुशासन लाने वाली पार्टी है, भाजपा सेवाभाव से काम करने वाली पार्टी है, भाजपा सपनों को पूरा करने वाली पार्टी है। मुझे विश्वास है कि दिल्ली विधानसभा में भी कमल खिलने वाला है। मैं दिल्ली भाजपा के सभी कर्मठ कार्यकर्ताओं से कहूंगा कि पूरी निष्ठा के साथ दिल्ली के हर कार्यकर्ता से मिलिए, उन्हें आने वर्षों के लिए भाजपा के संकल्प से परिचित कराइए। ये भाजपा ही है, जो दिल्ली को, दुनिया की बेहतरीन राजधानी का गौरव दिला सकती है।
पीएम ने कहा, जिस आप-दा सरकार के पास दिल्ली के लिए कोई विजन न हो, जिसे दिल्ली की परवाह न हो, वह दिल्ली का विकास नहीं कर सकती है। दिल्ली को आधुनिक बनाने के लिए जितने भी काम हैं वो केंद्र की भाजपा सरकार ही कर रही है। आप-दा वालों ने दिल्ली के 10 साल बर्बाद कर दिए। आप-दा वालों को कोई भी दायित्व मिलने का मतलब है… दिल्ली के लोगों को दंड मिलना। साथ ही कहा, जब दिल्ली के लोग कोरोनो से जूझ रहे थे, जब दिल्ली के लोग ऑक्सीजन और दवाओं के लिए भटक रहे थे। तब इन लोगों का पूरा फोकस अपना शीश महल बनवाने पर था। इन्होंने शीश महल का भारी भरकम बजट बनाया। यही इनकी सच्चाई है… इन्हें दिल्ली के लोगों का कोई परवाह नहीं है। इसलिए आज हर दिल्लीवासी कह रहे हैं… आप-दा नहीं सहेंगे, बदल कर रहेंगे।
साथ ही कहा, आप-दा वालों के काम का कोई हिसाब नहीं है, लेकिन इनके कारनामे बेहिसाब हैं। ये तब होता है जब नीयत में खोट होता है और जनता के प्रति निष्ठा नहीं होती है। ये आप-दा वाले दिल्ली चुनाव में अपनी हार सामने देखकर बौखला गए हैं, झूठ फैला रहे हैं। दिल्ली में जनहित की कोई योजना बंद तो नहीं होगी, लेकिन जो उसमें बेईमानों का ठेना है उनको बाहर निकाला जाएगा। पिछले 10 साल में राज्य सरकार की योजनाएं, सिर्फ कागजों पर चली है।