इसके अलावा मूली तीनों दोषों को शांत करने में मदद करती है। अगर किसी को भूख लगती है और जिन लोगो को भूख नहीं लगती है उन लोगों को इसका सेवन करने से बचना चाहिए। क्योंकि गैस्ट्रिक दिक्कतें हो सकती हैं।
Eating Radish in this way will not cause gas: सर्दियों के मौसम में सलाद से लेकर साग और पराठे तक मूली का खूब सेवन किया जाता है। वहीं कई लोग मूली का सेवन सिर्फ इसलिए नहीं करते हैं क्योंकि उन्हे डर रहता है कि मूली का सेवन करने से गैस बनने लगती है। पर क्या आप जानते अगर मूली (Radish) को सही समय पर सेवन किया जाए तो पेट में गैस बनने की दिक्कत नहीं होती है। मूली की तासीर गर्म होती है।
इसके अलावा मूली (Radish) तीनों दोषों को शांत करने में मदद करती है। अगर किसी को भूख लगती है और जिन लोगो को भूख नहीं लगती है उन लोगों को इसका सेवन करने से बचना चाहिए। क्योंकि गैस्ट्रिक दिक्कतें हो सकती हैं।
मूली (Radish) का स्वाद हल्का मीठा और तीखा होता है। ठंड के मौसम में मूली का सेवन करना फायदेमंद होता है। अगर आप धूप में बैठ कर मूली का सेवन करती हैं तो यह अधिक फायदेमंद होता है। ध्यान रहे मूली कभी खाली पेट न खाएं और रात के समय न खाएं।
मूली (Radish) का सेवन करने के लिए बेहतर समय दोपहर का होता है। जब आप इसे धूप में बैठकर आराम से कच्चा खा सकते है। मूली में कई तरह के पोषक तत्व पाये जाते हैं जो हेल्थ और पेट दोनों के लिए फायदेमंद होते हैं। मूली का नियमित सेवन करने से किडनी से लेकर लीवर तक की कई दिक्कतों में आराम पहुंचाता है।