उत्तर प्रदेश के भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर ने एक सनसनीखेज आरोप लगाकर अपने ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। उन्होंने गाजियाबाद पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर ने एक सनसनीखेज आरोप लगाकर अपने ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। उन्होंने गाजियाबाद पुलिस-प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सोशल मीडिया पर उनके बयान का वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें वो कह रहे हैं कि, गाय काटने की हिम्मत नहीं होती थी, आज हम दुखी हैं। हमारी सरकार में प्रतिदिन 50 हजार गाय कट रहीं हैं। सभी गाय साफ कर दी गईं। ये अधिकारी गाय का पैसा खा रहे है और हर तरफ लूट मची है।
उन्होंने आगे कहा कि, मुख्यमंत्री जी तक बात पहुंचे और इस सबके मुखिया मुख्य सचिव हैं, जो कमीश्नर हमसे कहते हैं मुख्य सचिव बैठे हैं, ऐसे तीन सौ विधायक हैं। कहा कि, हमारी किसी से बैर नहीं है, हम जनता की लड़ाई लड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारी सपा-कांग्रेस के साथ मिलकर वही काम कर रहे हैं जो लोकसभा चुनाव में किया था। अगर बेईमान अधिकारियों पर कार्रवाई हो गई तो 2027 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की 350 सीट आ जाएंगी।
उप्र भाजपा सरकार में दो राजधानियों के बीच आपस में ही आरोपों की तलवारें खिंचीं हैं। किसी भाजपाई मंत्री के या किसी भाजपाई विधायक के ही कंधे पर बंदूक रखकर, कोई भाजपाई ही कहीं दूर से निशाना साध रहा है। सत्ता की इस रस्साकशी में जनता और सरकारी कामकाज पिस रहा है। अधिकारी इनके घर्षण की… pic.twitter.com/v6tFDnxLgr
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 4, 2025
पढ़ें :- Bangladesh Violence : बांग्लादेश में हिंसा के बीच भारत ने जारी की एडवाइजरी, भारतीय सहायक उच्चायोग पर पत्थरबाजी
वहीं, अखिलेश यादव ने भाजपा विधायक की वीडियो को शेयर करते हुए सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, उप्र भाजपा सरकार में दो राजधानियों के बीच आपस में ही आरोपों की तलवारें खिंचीं हैं। किसी भाजपाई मंत्री के या किसी भाजपाई विधायक के ही कंधे पर बंदूक रखकर, कोई भाजपाई ही कहीं दूर से निशाना साध रहा है। सत्ता की इस रस्साकशी में जनता और सरकारी कामकाज पिस रहा है। अधिकारी इनके घर्षण की आग में अपनी रोटी सेंक रहे हैं। दरअसल ये जो लड़ाई है, उसका कारण भ्रष्टाचार की कमाई है, जिस पर सब एकाधिकार जमाना चाहते हैं।
अब तो भाजपाई भी कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!