पीएम मोदी ने शुक्रवार सुबह 9 बजे देश के नाम अपने संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया। अपने इस संदेश में पीएम मोदी ने कहा कि हम किसानों को समझा नहीं पाए इसलिए ये कानून वापस ले रहे हैं। संसद के शीतकालीन सत्र मे इन्हें रद्द करने की प्रतिक्रिया शुरू हो जाएगी।
नई दिल्ली। पीएम मोदी ने शुक्रवार सुबह 9 बजे देश के नाम अपने संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया। अपने इस संदेश में पीएम मोदी ने कहा कि हम किसानों को समझा नहीं पाए इसलिए ये कानून वापस ले रहे हैं। संसद के शीतकालीन सत्र मे इन्हें रद्द करने की प्रतिक्रिया शुरू हो जाएगी। इस एक साल में लगभग किसान आंदोलन में 700 किसानों (Kisan Protest)की मौत हो गई। तमाम नेता दावा कर रहे हैं कि अब सरकार ने अपनी गलती मान ली है और कानून वापस ले लिए हैं। कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष और नेता राहुल गांधू ने इस पर कहा कि सत्याग्रह ने अहंकार का सिर झुका दिया है।
राहुल गांधी का रिएक्शन
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की घोषणा के बाद शुक्रवार को कहा कि देश के अन्नदाताओं ने सत्याग्रह से अहंकार का सिर झुका दिया है। उन्होंने ट्वीट किया, ”देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सिर झुका दिया। अन्याय के खिलाफ़ ये जीत मुबारक हो! जय हिंद, जय हिंद का किसान!’
मल्लिकार्जुन खड़गे का रिएक्शन
इसके अलावा कांग्रेस नेता(Congress Leader) मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “यह किसानों की जीत है, जो इतने दिनों से कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं; 700 से अधिक की मृत्यु हो गई। लगता है केंद्र दोषी है… लेकिन किसानों की मुश्किलों की जिम्मेदारी कौन लेगा? हम इन मुद्दों को संसद में उठाएंगे”
डी डब्ल्यू पाटिल का रिएक्शन
महाराष्ट्र के गृह मंत्री(Home minister) ने कहा, “अगर यह फैसला पहले लिया जाता तो इतने किसानों की जान नहीं जाती। सरकार को पहले संवाद शुरू करना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ, किसानों की नहीं सुनी गई। उन्हें सड़कों पर बैठना पड़ा। उनकी मांग आज पूरी कर दी गई। यह उनकी जीत है”