उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के पूरनपूर में मवेशियों के लिए चारा लेने गए मजदूर पर बाघ ने हमला कर दिया। उसकी चीखपुकार सुनकर पास के खेत में काम कर रहे किसान पहुंच गए। तभी बाघ मजदूर को छोड़कर जंगल की ओर भाग गया। घायल को को पलिया के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। जहां से उसे रेफर कर दिया गया।
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के पूरनपूर में मवेशियों के लिए चारा लेने गए मजदूर पर बाघ ने हमला कर दिया। उसकी चीखपुकार सुनकर पास के खेत में काम कर रहे किसान पहुंच गए। तभी बाघ मजदूर को छोड़कर जंगल की ओर भाग गया। घायल को को पलिया के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। जहां से उसे रेफर कर दिया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पूरनपुर तहसील के हजारा थाना क्षेत्र के अधिकाश गांव जंगल से सटे हुए है। यह जंगल लखीमपुर खीरी के संपूर्णानगर क्षेत्र में आता है। नहरोसा के रहने वाला इसरार गांव के ही तबारक के फार्म हाउस पर मजदूरी करता है।
बुधवार की सुबह सात बजे वह गन्ने के खेत में मवेशियों के लिए चारा लेने गया था। तभी बाघ ने उनपर हमला कर दिया। उपचार के लिए पलिया के अस्पताल में भर्तीय कराया गया। स्थानीय लोगो ने मामले की सूचना संपूर्णानगर वन विभागको दी।
काफी देर बाद रेंजर अनिल कुमार ने टीम के साथ पैरो के निशान देखकर बाघ की पुष्टी की।मजदूर गन्ने के खेत में भी चारा काट रहा था तो वहां छुपे बाघ ने पीछे से हमला कर दिया।इससे ग्रामीण की पीठ, गर्दन सहित शरीर में कई अन्य हिस्सों में चोट के निशान भी देखे जा रहे है।