7 सितंबर को गणेश चतुर्थी की शुरुआत हुई थी, इससे अगले दस दिनों तक अधिकतर घरों में गणेश जी की स्थापना और पूजा अर्चना और व्रत आदि किया है। दस दिनों तक गणेश को उनका फेवरेट भोग लगाया जाया है। दस दिनों के बाद अगले साल जल्दी आने की कामना के साथ विसर्जित किया जाता है।
Make Bhel like this to eat during fast: 7 सितंबर को गणेश चतुर्थी की शुरुआत हुई थी, इससे अगले दस दिनों तक अधिकतर घरों में गणेश जी की स्थापना और पूजा अर्चना और व्रत आदि किया है। दस दिनों तक गणेश को उनका फेवरेट भोग लगाया जाया है। दस दिनों के बाद अगले साल जल्दी आने की कामना के साथ विसर्जित किया जाता है।
गणेश स्थापना के दौरान कई लोग फलाहार ही करते है। ऐसे लोगो के लिए आज हम खास फलाहारी भेल की रेसिपी लेकर आये है। जिसे आप किसी भी व्रत में खा सकते है। तो चलिए जानते है इसकी रेसिपी।
फलाहरी भेल बनाने के लिए जरुरी सामग्री
2 कप मखाना
2 मीडियम आलू (उबले हुए), टुकड़ों में कटा हुआ
1/2 कप मूंगफली ,
रोस्टेड1/2 कप आलू के लच्छे (नमकीन)
1/2 टी स्पून काली मिर्च पाउडर
1/2 टी स्पून भुना हुआ जीरा पाउडर
स्वादानुसार सेंधा नमक
1 टेबल स्पून घी
2 टेबल स्पून हरा धनिया, बारीक कटा हुआ
1 हरी मिर्च, बारीक कटा हुआ
अनार के दाने गार्निश करने के लिए
फलाहारी भेल बनाने का तरीका
फलाहारी भेल बनाने के लिए सबसे पहले पैन गरम करके सबसे पहले मखानों को भूनना है। इसमें देसी घी डालें और इसमें मखाने डालकर धीमी आंच पर कुरकुरे और हल्के ब्राउन होने तक भूनें।
एक बाउल में भुने हुए मखाने लें, उसमें उबले हुए आलू, बारीक कटी हरी मिर्च, भुने हुए मूंगफली के दाने, काली मिर्च पाउडर, भुना जीरा पाउडर, आलू फलेक्स, सेंधा नमक और नींबू का रस डालें। सामग्री को अच्छी तरह मिलाएं। अनार के दानों और धनिया पत्ती से गार्निश करें। यह सर्व के लिए तैयार है।