UP Assembly Elections 2022 : यूपी विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 'गर्मी' और 'बुल्डोजर' जैसे बयानों को लेकर प्रदेश की सियासत गर्म हो गई है। इस मामले को लेकर अब समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने गुरुवार को चुनाव आयोग का दरवाज़ा खटखटाया है। मुख्य चुनाव आयोग (Election Commission) को लिखी चिट्ठी में सपा ने कहा है कि मुख्यमंत्री ने विपक्ष के खिलाफ जिस भाषा का प्रयोग किया है।
UP Assembly Elections 2022 : यूपी विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘गर्मी’ और ‘बुल्डोजर’ जैसे बयानों को लेकर प्रदेश की सियासत गर्म हो गई है। इस मामले को लेकर अब समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने गुरुवार को चुनाव आयोग का दरवाज़ा खटखटाया है। मुख्य चुनाव आयोग (Election Commission) को लिखी चिट्ठी में सपा ने कहा है कि मुख्यमंत्री ने विपक्ष के खिलाफ जिस भाषा का प्रयोग किया है। उस पर तत्काल रोक लगाने को लेकर दिशा निर्देश जारी किए जाने चाहिए। इसके साथ ही सपा ने यह भी कहा कि सीएम योगी (CM Yogi) जिस अभद्र और अमर्यादित भाषा (Hate Speech) का इस्तेमाल कर रहे हैं। उसका लोकतंत्र में कोई औचित्य नहीं है।
सपा ने चिट्ठी में किन बयानों का जिक्र किया?
सपा ने लिखा कि मुख्यमंत्री जी ने अभी आगरा में 10 मार्च के बाद बुल्डोजर चलेगा की धमकी दी है। इसके अलावा वह लगातार सपा के नेतृत्व को गुंडा, मवाली और माफिया बता रहे हैं। मुख्यमंत्री ने मेरठ में सिवालखास और किठौर की सभाओं में कहा कि लाल टोपी मतलब दंगाई और हिस्ट्रीशीटर। इतना ही नहीं उन्होंने कैराना और मुजफ्फरनगर में कहा ‘जो गर्मी दिखाई दे रही है, ये सब शांत हो जाएगी। गर्मी कैसे शांत होगी, मैं जानता हूं। जैसी अलोकतांत्रिक भाषा का प्रयोग किया गया है। वे लगातार धमकाने वाली भाषा बोल रहे हैं।
सपा ने आगे कहा कि आप इस बात से सहमत होंगे कि चुनाव प्रचार की गहमागहमी में भी आपने विपक्षी के प्रति आशालीन भाषा को कतई उचित नहीं ठहराया जा सकता है। खासकर मुख्यमंत्री जैसे संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति से तो मर्यादाविहीन भाषा- व्यवहार की कतई उम्मीद नहीं की जा सकती। खासकर मुख्यमंत्री जैसे संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति से तो कतई उम्मीद नहीं की जा सकती।
तत्काल जारी किए जाएं निर्देश
चिट्ठी में लिखा कि समाजवादी पार्टी मांग करती है कि यूपी में स्वतंत्र, निष्पक्ष और निर्भीक चुनाव संपन्न कराने के लिए सत्तारुढ़ बीजेपी के मुख्यमंत्री जी को पद की गरिमा के अनुरूप संयमित, मर्यादित और आदर्श आचार संहिता के अनुकूल भाषा के इस्तेमाल के संबंध में प्रभावी निर्देश तत्काल जारी किए जाएं।