यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Elections 2022) में पहले चरण के उम्मीदवारों पर एडीआर की रिपोर्ट (ADR Report) जारी की है। रिपोर्ट के अनुसार, पहले चरण की 58 सीटों पर हो रहे चुनाव में सपा के 75 फीसदी उम्मीदवारों पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Elections 2022) में पहले चरण के उम्मीदवारों पर एडीआर की रिपोर्ट (ADR Report) जारी की है। रिपोर्ट के अनुसार, पहले चरण की 58 सीटों पर हो रहे चुनाव में सपा के 75 फीसदी उम्मीदवारों पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
मेरठ के कैंट से बीजेपी प्रत्याशी अमित अग्रवाल सबसे अमीर प्रत्याशी
एडीआर की रिपोर्ट (ADR Report) के मुताबिक, पहले चरण में चुनाव लड़ रहे 156 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनके ऊपर आपराधिक मामले दर्ज हैं। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के 28 में से 21 प्रत्याशियों पर गंभीर मामले दर्ज हैं। तो वहीं, आरएलडी के 29 में से 17 उम्मीदवार अपराधी हैं। जबकि, बीजेपी के 57 में से 29 और कांग्रेस के 58 में से 21 प्रत्याशी दागी हैं। इसी तरह बसपा के 56 में से 19 और आप के 52 में से 8 प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले चल रहे हैं। वहीं, मेरठ के कैंट से बीजेपी प्रत्याशी अमित अग्रवाल सबसे अमीर प्रत्याशी हैं।
यूपी चुनाव के पहले चरण के लिए 12 महिलाओं के खिलाफ अपराध के आरोप हैं और छह पर हत्या का आरोप
एडीआर की रिपोर्ट (ADR Report) के मुताबिक, यूपी चुनाव के पहले चरण के लिए 12 महिलाओं के खिलाफ अपराध के आरोप हैं और छह पर हत्या का आरोप है। ‘द एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) ने कहा कि उसने राज्य के 11 जिलों में 58 विधानसभा सीटों से राजनीतिक दलों के 615 उम्मीदवारों और निर्दलीय उम्मीदवारों के स्व-हलफनामों का विश्लेषण किया है। एडीआर ने कहा कि कुल 623 उम्मीदवार मैदान में हैं। उनमें से आठ के हलफनामों का विश्लेषण नहीं किया जा सका, क्योंकि वे स्कैन नहीं किए गए थे या अधूरे थे।
उम्मीदवारों ने अपने हलफनामों में अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए
एडीआर के विश्लेषण के मुताबिक 615 उम्मीदवारों में से 156 ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जबकि 121 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। एडीआर ने कहा कि प्रमुख दलों में सपा के 28 उम्मीदवारों में से 21 (75 प्रतिशत), रालोद के 29 उम्मीदवारों में से 17 (59 प्रतिशत), बीजेपी के 57 उम्मीदवारों में से 29 (51 प्रतिशत), कांग्रेस के 58 उम्मीदवारों में से 21 (36 प्रतिशत), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के 56 उम्मीदवारों में से 19 (34 प्रतिशत) और आम आदमी पार्टी (आप) के 52 उम्मीदवारों में से आठ (15 प्रतिशत) ने अपने हलफनामों में अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं।