समाजवादी सरकार (Samajwadi Government) में हुए खनन घोटाले की जांच (Mining Scam Investigation) एक बार फिर से तेज होने जा रही है। करीब डेढ़ साल तक ठंडे बस्ते में रहने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) में नए जांच अधिकारी की तैनाती की है।
लखनऊ। समाजवादी सरकार (Samajwadi Government) में हुए खनन घोटाले की जांच (Mining Scam Investigation) एक बार फिर से तेज होने जा रही है। करीब डेढ़ साल तक ठंडे बस्ते में रहने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) में नए जांच अधिकारी की तैनाती की है।
बता दें कि हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई (CBI) के अलावा ईडी (ED) भी खनन घोटाले की जांच कर रहा है। इसमें तत्कालीन खनन मंत्री गायत्री प्रजापति (Mining Minister Gayatri Prajapati) के साथ कई आईएएस अधिकारी भी जांच के दायरे में आए थे। ईडी (ED) गायत्री प्रजापति (Gayatri Prajapati) को दो बार रिमांड पर लेकर पूछताछ करने के साथ ही करोड़ों की संपत्ति जब्त कर चुका है।
ईडी (ED) ने आईएएस अधिकारियों से भी पूछताछ की थी, लेकिन जांच पूरी नहीं हो सकी। इसमें सबसे बड़ी अड़चन खनन पट्टे आवंटित करने से संबंधित 23 फाइलें नहीं मिलने की वजह से आई थी।
सूत्रों की मानें तो इन अधिकारियों को नोटिस देकर पूछताछ के लिए तलब किया जाएगा। वहीं, कई बार ईडी (ED) के अधिकारियों ने फाइलें देने के लिए शासन से पत्राचार किया लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। अब नए सिरे से जांच शुरू करने के साथ शासन से दोबारा फाइलें मुहैया कराने का पत्र लिखा जाएगा।