Laura McClure deepfake photo: एआई (AI) यानी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से आज भले ही कई काम बेहद आसान हो गए, लेकिन इस तकनीक का इस्तेमाल बड़े स्तर पर गलत कामों के लिए किया जा रहा है, इस बात से कोई इंकार नहीं किया जा सकता है। न्यूजीलैंड की एक महिला सांसद भी एआई के गलत इस्तेमाल का शिकार हुई हैं। वहीं, जिस तरह से सांसद ने इस मुद्दे को सदन में उठाया, उससे हर कोई हैरान रह गया।
Laura McClure deepfake photo: एआई (AI) यानी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से आज भले ही कई काम बेहद आसान हो गए, लेकिन इस तकनीक का इस्तेमाल बड़े स्तर पर गलत कामों के लिए किया जा रहा है, इस बात से कोई इंकार नहीं किया जा सकता है। न्यूजीलैंड की एक महिला सांसद भी एआई के गलत इस्तेमाल का शिकार हुई हैं। वहीं, जिस तरह से सांसद ने इस मुद्दे को सदन में उठाया, उससे हर कोई हैरान रह गया।
दरअसल, न्यूजीलैंड में एसीटी पार्टी की सासंद लॉरा मैक्ल्योर (Laura McClure) AI की मदद से बनी खुद की एक डीपफेक न्यूड फोटो लेकर सदन पहुंची थीं। वह सदन और सरकार को दिखाना चाहती थीं कि किसी की झूठी तस्वीर बनाना कितना आसान है और यह किस हद तक लोगों की छवि को नुकसान पहुंचा सकता है। मैक्ल्योर इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एआई को लेकर कानून बनाने की मांग कर रही हैं।
A New Zealand MP held up a naked photo of herself in Parliament to highlight the dangers of deepfake technology. Laura McClure, from the Act Party, revealed the censored image and explained it took less than five minutes to create online. #news #newzealand #parliamen pic.twitter.com/KSkxM6H8cK
— Dolly van den Berg (@dendolly1) June 2, 2025
सासंद लॉरा मैक्ल्योर (Laura McClure) ने कहा, ‘यह मेरी नग्न तस्वीर है, लेकिन यह असली नहीं है। खुद की डीपफेक (Deepfake) बनाने में मुझे 5 मिनट से भी कम समय लगा है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं संसद के अन्य सदस्यों का ध्यान इस ओर आकर्षित करना चाहती थी कि ऐसा करना कितना आसान है और इसकी वजह से कितना नुकसान हो रहा है। खासतौर से हमारे युवा किवी कितने प्रभावित हैं।’
मैक्ल्योर ने यह भी कहा, ‘तकनीक परेशानी नहीं है, बल्कि परेशानी है कि इसका गलत इस्तेमाल लोगों को प्रताड़ित करने के लिए हो रहा है। हमें इसके लिए कानून बनाने होंगे।’ सांसद डीपफेक डिजिटल हार्म एंड एक्सप्लॉइटेशन बिल का समर्थन कर रही हैं। यह रिवेंज पोर्न (Revenge Porn) और निजी पलों की रिकॉर्डिंग के संबंध में पहले से बने कानूनों में संशोधन करेगा और बिना सहमति के डीपफेक बनाने और शेयर करने को अपराध माना जाएगा। इस कानून के तहत पीड़ितों को कंटेट हटवाने और न्याय पाने का भी रास्ता साफ हो जाएगा।