फ्रांस की राजधानी पेरिस में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते यौन अपराधों और हिंसा के खिलाफ महिलाओं ने अर्धनग्न होकर विरोध किया। पेरिस स्थित लूवर पिरामिड के सामने बड़ी संख्या में महिलाएं इकट्ठा हुईं और अपनी छाती खोलकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने 'महिलाओं के खिलाफ युद्ध बंद करो' और 'वुमन लाइफ फ्रीडम' के नारे भी लगाए।
नई दिल्ली। फ्रांस की राजधानी पेरिस में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते यौन अपराधों और हिंसा के खिलाफ महिलाओं ने अर्धनग्न होकर विरोध किया। पेरिस स्थित लूवर पिरामिड के सामने बड़ी संख्या में महिलाएं इकट्ठा हुईं और अपनी छाती खोलकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने ‘महिलाओं के खिलाफ युद्ध बंद करो’ और ‘वुमन लाइफ फ्रीडम’ के नारे भी लगाए।
महिलाओं के खिलाफ बढ़ती यौन हिंसा के विरोध में पुरुष भी कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हुए। बड़ी संख्या में लोगों ने ‘महिला जीवन स्वतंत्रता’ के पोस्टर लहराए और महिलाओं और उनके प्रजनन अधिकारों के खिलाफ बढ़ती लिंग आधारित हिंसा का विरोध किया। बता दें कि पेरिस के अलावा फ्रांस के कई अन्य शहरों में भी इसी तरह का विरोध प्रदर्शन हो रहा है।
अस्तगफिरुल्लाह…. कुर्दिश मुस्लिम महिलाओं द्वारा हिजाब, बुर्के तथा किताब में लिखित घरेलू हिंसा का विरोध आज इस स्तर पर उतर आया है। 👉 भारत में ऐसा विरोध कब शुरू होगा आपको क्या लगता है? 🤔 pic.twitter.com/QCvLDUrjg1
— 🇮🇳 सुमन मीना 🇮🇳 (@weet_poison) November 27, 2024
अमेरिकी चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत और सत्ता में वापसी के साथ ही प्रदर्शनकारियों ने महिलाओं के अधिकारों को लेकर भी चिंता जताई। साथ ही उन्होंने गिजेल पेलिकोटे का भी समर्थन किया। पेलिकॉट एक ऐसी महिला है जिसे उसके पूर्व पति और एक दर्जन से अधिक पुरुषों ने नशीला पदार्थ खिलाकर बलात्कार किया था। इस घटना के बाद से पूरे फ्रांस में महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
फेमिनिस्ट ग्रुप नूस टाउट्स से ताल्लुक रहने वाली एक महिला मायले नोयर के मुताबिक, ये दुर्भाग्य ही है कि हिंसा करने वाला हमारा भाई, पिता, साथ काम करने वाला और बॉस, कोई भी हो सकता है। किसी के चेहरे पर ये नहीं लिखा होता कि वो बलात्कारी नहीं हो सकता। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से मांग की कि वो देश में जेंडर इक्वैलिटी को बढ़ावा देने के साथ ही यौन हिंसा के खिलाफ लड़ाई के लिए ज्यादा से ज्यादा काम करे।