मुख्यमंत्री के आदेश पर अयोध्या मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल पर ज्ञानेंद्र कुमार पर विजलेंस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। ज्ञानेंद्र कुमार की अन्य जगहों पर तैनाती की भी जांच शुरू हो गई है। अयोध्या के अलावा कई अन्य मेडिकल कॉलेजों में ज्ञानेन्द्र कुमार की तैनाती रही है, जिसमे झांसी, मेरठ, आगरा और कन्नौज मेडिकल कॉलेज भी शामिल हैं।
लखनऊ। मुख्यमंत्री के आदेश पर अयोध्या मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल पर ज्ञानेंद्र कुमार पर विजलेंस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। ज्ञानेंद्र कुमार की अन्य जगहों पर तैनाती की भी जांच शुरू हो गई है। अयोध्या के अलावा कई अन्य मेडिकल कॉलेजों में ज्ञानेन्द्र कुमार की तैनाती रही है, जिसमे झांसी, मेरठ, आगरा और कन्नौज मेडिकल कॉलेज भी शामिल हैं। विजलेंस ने ज्ञानेंद्र कुमार की इन तैनातियों के दौरान भ्रष्टाचार से बनाई गई संपत्तियों का ब्यौरा जुटाना शुरू कर दिया जिसमें कई चौकाने वाले तथ्य सामने आये हैं। बताया जा रहा है कि, ज्ञानेंद्र कुमार ने इन जगहों पर तैनाती के दौरान करोड़ों की अवैध संपत्ति बनाई है, जिसे विजलेंस की टीम खोजकर जाँच में तथ्यों के रूप में शामिल कर रही है।
विजिलेंस की टीम ज्ञानेंद्र कुमार की सैलेरी से लेकर पदोन्नति का भी डेटा निकाला रही है। तैनाती के दौरान जिन फर्मों को काम मिला, उसकी भी जांच शुरू की गई है। ज्ञात हो जहां जहां ज्ञानेंद्र कुमार की तैनाती रही वहां पर कुछ चुनिंदा फर्मों को लगातार बड़े बड़े टेंडर दिए गए हैं। इतना ही नहीं कुछ ऐसे तथ्य मिले हैं जिसमें यह साफ़ होता है कि ज्ञानेंद्र कुमार अपनी पत्नी बच्चों और कुछ करीबियों को आगे करके उन फर्मों के साथ पार्टनरशिप करके टेंडर दिया था।
बताया जा रहा है कि, हर्ष इंटर प्राइजेज को ज्ञानेंद्र कुमार ने कई काम दिया है जिसमें छद्म नाम से पार्टनरशिप की गई है। ज्ञानेंद्र ने अपनी तैनाती के दौरान जमकर काम दिया। अपनी तैनाती के दौरान उन्होंने हर्ष इंटर प्राइजेज पर कुछ ज़्यादा ही मेहरबानी दिखाई है। विजलेंस की टीम ने हर्ष इंटरप्राइजेज को भी जांच के दायरे में रखा है। विजिलेंस की टीम ने जांच एक आईपीएस अफसर की निगरानी की जा रही है। जल्द ही और बड़े खुलासे हो सकते हैं।