चंडीगढ़ नगर निगम (Chandigarh Municipal Corporation) की बैठक के दौरान मंगलवार को कांग्रेस और बीजेपी पार्षदों के बीच जमकर हंगामा हुआ। ये हंगामा इस कदर हुआ कि दोनों पक्षों की ओर से हाथापाई और नारेबाजी हुई।
नई दिल्ली। चंडीगढ़ नगर निगम (Chandigarh Municipal Corporation) की बैठक के दौरान मंगलवार को कांग्रेस और बीजेपी पार्षदों के बीच जमकर हंगामा हुआ। ये हंगामा इस कदर हुआ कि दोनों पक्षों की ओर से हाथापाई और नारेबाजी हुई।
viral video : अनिल मसीह को 'वोट चोर'कहने पर चंडीगढ़ नगर निगम की बैठक में जमकर बवाल, पहले धक्का-मुक्की और फिर हाथापाई…#viralvideo #Congress #AAP #BJP #NagarNigam चंडीगढ़ नगर निगम pic.twitter.com/HWvyzEIJSP
— santosh singh (@SantoshGaharwar) December 24, 2024
कहा जा रहा है कि बीआर आंबेडकर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) के बयान को लेकर यह हंगामा हुआ। चंडीगढ़ नगर निगम (Chandigarh Municipal Corporation) की बैठक में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के पार्षदों ने अमित शाह के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित करते हुए उनके इस्तीफे की मांग की। इसके बाद बीजेपी (BJP) पार्षदों ने आरोप लगाया कि नेहरू के समय कांग्रेस ने आंबेडकर का अपमान किया था।
इस दौरान कुछ पार्षदों ने अनिल मसीह (Anil Masih) को वोट चोर कहा जबकि मसीह ने वेल में आकर कहा कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) भी जमानत पर बाहर हैं। बता दें कि इस साल जनवरी में चंडीगढ़ मेयर चुनाव (Chandigarh Mayor Election) में बीजेपी के मनोज सोनकर को 16 वोट मिले थे। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के साझा उम्मीदवार कुलदीप कुमार को 12 वोट मिले थे। आठ वोट को रिटर्निंग ऑफिसर अनिल मसीह (Returning Officer Anil Masih) ने अवैध करार दिया था।
इस चुनाव के बाद कांग्रेस और आप ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का रुख किया। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली बेंच ने बीते पांच फरवरी को सुनवाई के दौरान अनिल मसीह (Anil Masih) पर तीखी टिप्पणी की थी। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने चंडीगढ़ मेयर चुनाव (Chandigarh Mayor Election) के दौरान जो हुआ, उसे लोकतंत्र की ‘हत्या’ और ‘मजाक’ बताया था।अनिल मसीह को कोर्ट ने अवमानना का नोटिस भी जारी किया था। अनिल मसीह (Anil Masih) ने अदालत में माना था कि उन्होंने बैलेट पेपर में क्रॉस का निशान बनाया था। बता दें कि अनिल मसीह (Anil Masih) पर चंडीगढ़ मेयर चुनाव (Chandigarh Mayor Election) में बैलेट पेपर से धोखाधड़ी करने का आरोप है। कुछ सालों पहले ही उन्होंने बीजेपी ज्वॉइन की थी।