आयुर्वेद में केसर का इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है। केसर के गुण शरीर के लिए परम लाभदायक है। केसर शरीर के तीनों दोषों को संतुलित करने की क्षमता रखता है।
केसर में भरपूर एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो शरीर को ऊर्जा देने के साथ संक्रमण से भी बचाते हैं। यह शरीर को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करता है।
सरल भाषा में कहें तो ये शरीर में तनाव बढ़ाने वाले मुक्त कणों की संख्या को बढ़ने से रोकता है। इसके लिए सुबह के वक्त केसर और अदरक का गुनगुना पानी पीना अच्छा रहेगा। ये कॉम्बिनेशन आंतों को साफ होने में भी मदद करेगा। याददाश्त और सोचने-समझने की क्षमता में सुधार में केसर मदद करता है।
अगर आपका काम पढ़ाने या पढ़ाई से जुड़ा है, तो केसर सोचने की क्षमता को बढ़ाने में मदद करेगा। इसके अलावा, ये उम्र से संबंधित दिमाग की कमजोरी को भी कम करने में मदद करता है। इसके लिए केसर को दूध के साथ लिया जा सकता है। केसर की तासीर गर्म होती है, इसलिए केसर का इस्तेमाल सर्दियों में करना ज्यादा लाभकारी होता है।
शरीर को गर्म रखने और वायरल और सर्दी-खांसी के संक्रमण से बचाने में भी केसर मदद करता है। केसर शरीर की सूजन को भी कम करने में मदद करता है। केसर में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं। केसर में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पुरानी सूजन से भी छुटकारा दिला सकते हैं।
एंटी-डिप्रेसेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होने की वजह से केसर मानसिक तनाव को भी कम करता है। इसकी खुशबू मन को शांत करती है।