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यूनुस सरकार पाक खुफिया एजेंसी ISI की बनी कठपुतली, मेजर जिया का नाम मोस्ट वांटेड आतंकी लिस्ट से हटाया, मौत की सजा माफ

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी (ISI) और आतंकवादी संगठनों को खुश करने के लिए बांग्लादेश सरकार (Bangladesh Government)  ने मौत की सजा पाए आतंकवादियों और मोस्ट वांटेड आतंकवादियों की लिस्ट से कई नाम हटा दिए हैं। इनमें आतंकवादी संगठन जमात उल मुजाहिदीन (Terrorist organization Jamaat ul Mujahideen) के मोस्ट वांटेड आतंकवादी मेजर जिया का भी नाम शामिल है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

ढाका। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी (ISI) और आतंकवादी संगठनों को खुश करने के लिए बांग्लादेश सरकार (Bangladesh Government)  ने मौत की सजा पाए आतंकवादियों और मोस्ट वांटेड आतंकवादियों की लिस्ट से कई नाम हटा दिए हैं। इनमें आतंकवादी संगठन जमात उल मुजाहिदीन (Terrorist organization Jamaat ul Mujahideen) के मोस्ट वांटेड आतंकवादी मेजर जिया का भी नाम शामिल है। अमेरिकी सरकार ने भी आतंकवादी मेजर जिया पर इनाम घोषित किया था। इससे साफ है कि बांग्लादेश की मौजूदा यूनुस सरकार (Yunus Government)  पूरी तरह से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) और आतंकवादी संगठनों को खुश करने में जुट गई है। इसके तहत अंतरिम सरकार के प्रमुख बने मोहम्मद यूनुस ने मौत की सजा पाए अनेक आतंकवादियों की सजा को माफ करने के लिए कहा है।

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इसके साथ ही मोस्ट वांटेड आतंकवादियों की लिस्ट में मौजूद अनेक कुख्यात आतंकवादी लीडरों के नाम भी हटाने के निर्देश दिए हैं। बांग्लादेश से मिली जानकारी के मुताबिक बांग्लादेश की यूनुस सरकार (Yunus Government) ने आतंकवादी संगठन जमात उल मुजाहिदीन के बड़े लीडर मेजर जिया का नाम मोस्ट वांटेड आतंकवादियों की लिस्ट से हटा दिया है। साथ ही उसकी मौत की सजा भी माफ कर दी गई है। बांग्लादेश सरकार ने एक आदेश निकाला। जिसमें कहा गया कि मेजर जिया की मौत की सजा को सरकार ने माफ कर दिया है। साथ ही कानून और गृह मंत्रालय ने मेजर जिया का नाम आतंकवादियों की लिस्ट से भी हटा दिया है।

मेजर जिया रह चुका है फौजी अधिकारी

दिलचस्प बात यह है कि सैयद जिया उल हक उर्फ मेजर जिया (Syed Zia ul Haq alias Major Zia) पहले बांग्लादेश की सरकार में फौजी अधिकारी हुआ करता था। इसके बाद वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में आया। फौज में रहते हुए उसने तत्कालीन सरकार के खिलाफ कई काम किए। साथ ही अनेक आतंकवादी वारदातों को भी अंजाम दिया जिसके चलते उसे फौज से निकाल दिया गया। इसके बाद वह जमात उल मुजाहिदीन (Jamaat ul Mujahideen) नाम के बांग्लादेशी आतंकी संगठन का बड़ा लीडर बन गया। आतंकवादी मेजर जिया पर बांग्लादेश के ब्लॉगर दीपन और अभिजीत समेत कई लोगों की हत्या का आरोप है। वह कुल 7 हत्या के मामलों में आरोपी है। जिनमें से तीन मामलों में उसे मौत की सजा मिल चुकी है।

अमेरिका ने भी मेजर जिया पर इनाम घोषित किया था

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दिलचस्प यह है कि आतंकवादी मेजर जिया (Terrorist Major Zia) के कारनामों को देखते हुए अमेरिका सरकार (US Government) ने भी उस पर इनाम घोषित किया था। लेकिन अमेरिका के दबाव को दरकिनार करते हुए और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी तथा आतंकवादी संगठनों को खुश करने के लिए बांग्लादेश सरकार (Bangladesh Government) ने कुख्यात आतंकवादी को माफ कर दिया। साथ ही अनेक आतंकवादियों को माफ करने की फाइल अभी भी लाइन में है। यानी आने वाले दिनों में कुछ और आतंकवादियों के नाम मोस्ट वांटेड लिस्ट से हटाने के आदेश जारी हो सकते हैं।

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