यूपी की राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) की अध्यक्षता में बुधवार को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर (Deendayal Upadhyay Gorakhpur University, Gorakhpur) का 74वां स्थापना दिवस समारोह (74th Foundation Day Celebration) सम्पन्न हुआ। कुलाधिपति इस कार्यक्रम में राजभवन से ऑनलाइन जुड़ीं।
लखनऊ : यूपी की राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) की अध्यक्षता में बुधवार को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर (Deendayal Upadhyay Gorakhpur University, Gorakhpur) का 74वां स्थापना दिवस समारोह (74th Foundation Day Celebration) सम्पन्न हुआ। कुलाधिपति इस कार्यक्रम में राजभवन से ऑनलाइन जुड़ीं।
ई-माध्यम से सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने सभी को विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस के साथ-साथ आज मई दिवस, महाराष्ट्र व गुजरात राज्य के स्थापना दिवस की बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि स्थापना दिवस के आयोजन से परम्पराओं का स्मरण होता है, मूल्यांकन का अवसर मिलता है और भविष्य की योजनाओं पर भी विचार होता है। उन्होंने अपने उद्बोधन में गोरखपुर के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व की चर्चा भी की और पं. दीनदयाल उपाध्याय को स्मरण करते हुए श्रद्धांजलि दी।
समारोह में राज्यपाल ने दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय को कल यूजीसी से ग्रेड-1 का दर्जा प्राप्त हो जाने की विशेष बधाई दी। कहा कि विश्वविद्यालय में सभी की कार्य-कुशलता का परिणाम है कि विश्वस्तरीय, एशिया स्तरीय, राष्ट्रीय स्तर पर विविध रैंकिंग में विश्वविद्यालय निरंतर उल्लेखनीय स्थान प्राप्त कर रहा है। उन्होंने कहा कि नैक में ‘ए प्लस प्लस‘ ग्रेड प्राप्त होने के परिणाम स्वरूप ही विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अनुदान से 100 करोड़ का अनुदान प्राप्त हो सका है, जिसका उपयोग विद्यार्थियों के हित में किया जायेगा।
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय में नये पाठ्यक्रमों के निर्माण पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि विद्यार्थियों की सामर्थ्य को बढ़ाने और निखारने में शिक्षक की बड़ी भूमिका होती है। उन्होंने विश्वविद्यालय के समुचित विकास के लिए शार्ट-टर्म और लांग-टर्म योजनाएं बनाने के लिए भी प्रेरित किया। राज्यपाल जी ने समारोह में विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ सांस्कृतिक और खेल गतिविधियों में अग्रणी विद्यार्थियों को पदक देकर सम्मानित करने पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि इस प्रकार की गतिविधियाँ विश्वविद्यालय की रैंकिंग के लिए किए जाने वाले दावों को पुष्ट करने हेतु प्रमाण प्रस्तुत करने की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। अपने सम्बोधन में राज्यपाल जी ने समारोह में आए पुरातन छात्रों को विशेष सम्मान के साथ सम्बोधित किया और उन्हें अपनी शिक्षा की मातृ-संस्था में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के हित में योगदान देने के लिए प्रेरित भी किया।
समारोह में राज्यपाल ने ई-माध्यम से सैमसंग इन्नोवेशन कैंपस कार्यक्रम का शुभारम्भ तथा विश्वविद्यालय के परीक्षा पोर्टल ‘सर्व‘ (SERVE) को लांच किया। सैमसंग इन्नोवेशन कैंपस कार्यक्रम में विद्यार्थी नयी तकनीक जैसे ए.आई., इंटरनेट ऑफ थिंग्स, बिग डाटा, कोडिंग, प्रोग्रामिंग आदि सीख सकेंगे। जबकि ‘सर्व‘ पोर्टल से विद्यार्थी ऑनलाइन माध्यम से सर्टिफिकेट और डिग्री प्राप्त कर सकेंगे। इस अवसर पर राज्यपाल जी ने विश्वविद्यालय द्वारा प्रेषित मिष्ठान बिजनौर से राजभवन भ्रमण पर आए बी0 फार्मा के छात्र/छात्राओं को प्रदान कर उन्हें विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस के बारे में बताया।
राज्यपाल की अध्यक्षता में सम्पन्न आज विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह में कुल 112 मेधावी विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। इसके अतिरिक्त विविध गतिविधियों में प्रतिभागिता कर उपलब्धि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को भी प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर समारोह में राजभवन से अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ. सुधीर महादेव बोबडे, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा, अन्य अधिकारीगण तथा विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टण्डन, समारोह में आए सम्मानित एल्युमुनाई छात्र, ऑनलाइन जुड़े, विश्वविद्यालय के अमेरिका एवं नेपाल चैप्टर के एल्युमुनाई छात्र, विश्वविद्यालय के शिक्षक एवं विद्यार्थी तथा अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।