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मंत्री की कार का नंबर अपनी गाड़ी में लगाकर घूम रहा था शख्स , समिट बिल्डिंग के पास हुआ गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में  एक युवक नगर विकास राज्यमंत्री की कार का नंबर अपनी गाड़ी पर लगाकर  घूम रहा था। जिसके बाद पुलिस  ने  उसे विभूतिखंड समिट बिल्डिंग के पास से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार आरोपित एक लोन रिकवरी कंपनी में काम करता था। उसे जेल भेज दिया गया है। विभूतिखंड इंस्पेक्टर अमर सिंह के मुताबिक सीतापुर स्थित बिसवां निवासी सतीश सिंह पुलिस स्टेशन पर एक नवंबर को पहुंचें। उन्होंने बताया कि वह सीतापुर निवासी नगर विकास राज्य मंत्री राकेश कुमार राठौर के बेटे के मित्र हैं।

By Aakansha Upadhyay 
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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में  एक युवक नगर विकास राज्यमंत्री की कार का नंबर अपनी गाड़ी पर लगाकर  घूम रहा था। जिसके बाद पुलिस  ने  उसे विभूतिखंड समिट बिल्डिंग के पास से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार आरोपित एक लोन रिकवरी कंपनी में काम करता था। उसे जेल भेज दिया गया है। विभूतिखंड इंस्पेक्टर अमर सिंह के मुताबिक सीतापुर स्थित बिसवां निवासी सतीश सिंह पुलिस स्टेशन पर एक नवंबर को पहुंचें। उन्होंने बताया कि वह सीतापुर निवासी नगर विकास राज्य मंत्री राकेश कुमार राठौर के बेटे के मित्र हैं। उन्होने बताया कि मंत्री के नाम से पंजीकृत कार का रजिस्ट्रेशन नंबर एक व्यक्ति अपनी कार के नंबर प्लेट पर लगा कर चला रहा है।

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उन्होंने बताया कि फर्जी नंबर प्लेट वाली कार समिट बिल्डिंग के गेट नंबर चार के पास खड़ी हुई है। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम पहुंची  तो राज्य मंत्री की कार का नंबर लगाए एक कार वहां खड़ी मिली। पुलिस ने ड्राइविंग सीट पर बैठे व्यक्ति से पूछताछ की। उसने अपना नाम सीतापुर स्थित तरीमपुर निवासी ऋषभ सिंह बताया।आरोपित ने बताया कि कार के मालिक राजेश प्रताप सिंह हैं। आरोपित ने बताया कि कार फाइनेंस कराई गई थी। आरोपित लोन की किस्तों के कलेक्शन का काम करता है। राजेश प्रताप सिंह की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी इंदू लोन सेटेलमेंट का प्रासेस करा रहीं है। उन्होंने लोन सेटेलमेंट तक अर्टिगा कार अवध रिस्क मैनेजमेंट एजेंसी पर खड़ी कर दी थी।

आरोपित ऋषभ उस गाड़ी का उपयोग अपने व्यक्तिगत कार्यों में कर रहा था। आरोपित ने बताया कि कंपनी की ओर से लोन जमा न होने पर गाड़ियों को खींचने जा रहा था। वह जिस कार को चला रहा था, उसे भी खींच न लिया जाए इस लिए उसने राज्यमंत्री की अर्टिगा का रजिस्ट्रेशन नंबर उस पर डाल दिया।इससे उसे कोई प्रॉबलम न हो। पुलिस ने आरोपित ऋषभ को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में दारोगा ज्ञान प्रकाश सिंह की तरफ से विभूतिखंड पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।

 

 

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