Afghan-Pak Clash: अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर ख़ान मुत्ताक़ी और तालिबान सरकार का एक प्रतिनिधि मंडल भारत दौरे पर है। दोनों देशों के बीच बढ़ती दोस्ती को देखकर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के नेतृत्व बेचैन है। इस बीच अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष की खबरें सामने आयी हैं। जिसमें तालिबानी बलों ने 18 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया है। इसके साथ ही एक पाकिस्तान टैंक को भी अपने कब्जे में ले लिया है। इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात पैदा होने की आशंका जतायी जा रही है।
Afghan-Pak Clash: अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर ख़ान मुत्ताक़ी और तालिबान सरकार का एक प्रतिनिधि मंडल भारत दौरे पर है। दोनों देशों के बीच बढ़ती दोस्ती को देखकर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के नेतृत्व बेचैन है। इस बीच अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष की खबरें सामने आयी हैं। जिसमें तालिबानी बलों ने 18 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया है। इसके साथ ही एक पाकिस्तान टैंक को भी अपने कब्जे में ले लिया है। इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात पैदा होने की आशंका जतायी जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तालिबान बलों ने शनिवार देर रात डूरंड लाइन को पार करके कई पाकिस्तानी सीमा चौकियों को निशाना बनाया है। इस दौरान 18 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने और एक टैंक को भी कब्जे में लिए जाने की खबर है। टोलो न्यूज के अनुसार, कंधार के मैवंद जिले में इस्लामिक अमीरात बलों के समक्ष पांच पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। अफगान की तालिबान सरकार के रक्षा मंत्रालय ने इसे पाकिस्तान के बार-बार हमलों के जवाब में की गई सफल कार्रवाई बताया है। तालिबान ने इसे सफल हमला बताया है।
दूसरी तरफ, पाकिस्तान मीडिया आउटलेस्ट दुनिया न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि पाकिस्तानी बलों ने कई अफगान चौकियों के ध्वस्त कर दी हैं और दर्जनों अफगान सैनिकों की मौत हो गई है। इस बीच सऊदी अरब, कतर समेत कई मुस्लिम देशों ने दोनों देशों के टकराव पर प्रतिक्रिया देते हुए संयम बरतने की अपील की है।
सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इस्लामिक गणराज्य पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमावर्ती क्षेत्रों में हो रहे तनाव और झड़पों पर चिंतित है। वे आत्म-संयम बरतने, तनाव बढ़ने से बचने और संवाद व समझदारी अपनाने की अपील करते हैं, जिससे तनाव कम करने और क्षेत्र की सुरक्षा एवं स्थिरता बनाए रखने में मदद मिलेगी। कतर ने भी दोनों देशों के बीच सीमावर्ती क्षेत्रों में बढ़ते तनाव और क्षेत्र की सुरक्षा एवं स्थिरता पर इसके संभावित प्रभावों पर चिंता व्यक्त की।