यूपी के आगरा जिले के सदर थाना क्षेत्र के ताल फिरोज खां स्थित मैरिज होम में दलित किशोरी से दुष्कर्म के मामले (Dalit Teenager Rape Case) में जेल में बंद भाजपा नेता प्रेमचंद कुशवाहा (BJP leader Premchand Kushwaha) की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पुलिस के प्रार्थना पत्र पर कोर्ट ने भाजपा नेता को पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) में रिमांड पर लेने के आदेश दिए हैं।
आगरा। यूपी के आगरा जिले के सदर थाना क्षेत्र के ताल फिरोज खां स्थित मैरिज होम में दलित किशोरी से दुष्कर्म के मामले (Dalit Teenager Rape Case) में जेल में बंद भाजपा नेता प्रेमचंद कुशवाहा (BJP leader Premchand Kushwaha) की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पुलिस के प्रार्थना पत्र पर कोर्ट ने भाजपा नेता को पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) में रिमांड पर लेने के आदेश दिए हैं।
बतातें चलें कि पहले पुलिस ने आरोपी भाजपा नेता प्रेमचंद कुशवाहा (BJP leader Premchand Kushwaha) को शांति भंग में जेल भेजा था। इसके बाद जब जाटव महापंचायत (Jatav Mahapanchayat) , बसपा, सपा और कांग्रेस ने दलित किशोरी (Dalit Teenager) के साथ दुष्कर्म के मामले में पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ मोर्चा खोला तो अब पुलिस ने भाजपा नेता को भी पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) में भाजपा नेता की कोर्ट से रिमांड मांगी थी।
एसीपी सदर सुकन्या शर्मा (ACP Sadar Sukanya Sharma) ने बताया कि, कोर्ट से भाजपा नेता प्रेमचंद कुशवाहा (BJP leader Premchand Kushwaha) की पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) और दुष्कर्म के मामले में रिमांड स्वीकृत हो गई है। इस मामले में निष्पक्ष और सख्त कार्रवाई की जा रही है।
बता दें कि बीते 21 अगस्त को भाजपा पूर्व जिला महामंत्री प्रेमचंद कुशवाहा (Premchand Kushwaha) के ड्राइवर ने मैरिज होम में किशोरी से दुष्कर्म किया गया था। ये मैरिज होम भाजपा नेता का है। आरोपी भाजपा नेता अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा का राष्ट्रीय सचिव है।
पुलिस ने भाजपा नेता के चालक भीमा उर्फ भीमसेन को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। पीड़िता के परिजन ने भाजपा नेता प्रेमचंद पर भी आरोप लगाए थे। जिस पर आगरा के भाजपा विधायकों की वजह से पुलिस ने पहले भाजपा नेता को बचाने का काम किया। फिर बसपा सुप्रीमो मायावती (BSP supremo Mayawati) ने एक्स पर पोस्ट किया और समाज की पंचायत हुई। इसके बाद सदर थाना पुलिस ने हंगामा होने पर भाजपा नेता को शांति भंग में जेल भेज दिया। अब कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने भाजपा नेता पर पॉक्सो एक्ट भी लगाया है।
यूपी में भी महिला सुरक्षा का हाल बेहाल है। आगरा जिला के सदर बाजार थाना क्षेत्र में एक नाबालिग दलित लड़की के साथ दुष्कर्म की हुई घटना अति-दुखद व अति-निन्दनीय। सरकार दोषी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करे और साथ ही ऐसे उपाय भी जरूर करे जिससे ऐसी वारदातें आगे न हो पाएं।
— Mayawati (@Mayawati) August 22, 2024
बैकपुट पर आगरा पुलिस
दलित समाज की किशोरी के साथ दुष्कर्म का मामला तूल पकड़ गया। जाटव महापंचायत (Jatav Mahapanchayat) ने हंगामा किया। पंचायत की तो बसपा, सपा और कांग्रेस भी पीड़िता की मदद के लिए आगे आई। जैसे ही दलित किशोरी के साथ दुष्कर्म के मामले (Dalit Teenager Rape Case) को लेकर सियासत शुरू हुई तो पुलिस बैकपुट पर आ गई।
पुलिस ने भाजपा नेता प्रेमचंद कुशवाहा (BJP leader Premchand Kushwaha) को पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) में आरोपी बनाकर कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था। जिसमें पुलिस ने पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) में प्रावधान के मुताबिक भवन मालिक भी आरोपी बनाया है। इसको लेकर वादी पक्ष और आरोपी भाजपा नेता के बीच अधिवक्ताओं के बीच बहस हुई।
अयोध्या और उन्नाव जैसी कार्रवाई आगरा में की जाए, बाबा मैरिज होम पर बुलडोजर चलाने की मांग
डॉ. आंबेडकर अनुयायी एकता फाउंडेशन (Dr. Ambedkar Follower Ekta Foundation) और जाटव महापंचायत (Jatav Mahapanchayat) की मांग है कि भाजपा नेता के खिलाफ यूपी सरकार सख्त कार्रवाई करे। अयोध्या और उन्नाव जैसी कार्रवाई आगरा में की जाए। जाटव महापंचायत (Jatav Mahapanchayat) की मांग है कि, सीएम योगी (CM Yogi) आगरा में भी भाजपा नेता के मैरिज होम पर बुलडोजर चलाएं।
एक दलित बेटी के साथ दुष्कर्म मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की जाए। जाटव महापंचायत के अध्यक्ष धर्मपाल सिंह (Jatav Mahapanchayat President Dharampal Singh) ने बताया कि, भाजपा नेता का मैरिज होम ध्वस्त किया जाए। ये मैरिज होम अवैध रूप से बना है। पीड़िता को सरकार से आवास मिले और 20 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए।