उoप्रo आवास विकास परिषद (UP Housing Development Board) के अफसर भी इस अरबों की धोखाधड़ी से वाकिफ हैं लेकिन वो जांच के नाम पर भारत नगर हाउसिंग के मालिक को बचाने का काम करने में जुटे रहते हैं। तत्कालीन कई अधिकारियों ने अपनी जांच में ये साफ कर दिया है कि, भूमि नीलामी में अनदेखी करके अरबों की जमीन पर कब्जा किया गया है। बावजूद अफसर भूमाफिया को बचाने में जुटे हुए हैं।
Agra News: उत्तर प्रदेश में भूमाफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए योगी आदित्यनाथ लगातार कार्रवाई के दावे कर ही है। लेकिन ये दावे आगरा में भूमाफिया के आगे सिर्फ कागजी साबित हो रहे हैं। पूरा प्रशासन इस भूमाफिया की रसूख के आगे नतमस्त होता जा रहा है। मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक इसकी शिकायत की गई लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ जांच गठित की गई। यही नहीं अधिकारियों की मिली भगत से इस जांच समिति को भी निरस्त कर दिया गया। हम बात कर रहे हैं सिकंदरा योजना आगरा में हुए नीलामी घोटाले की। योगेश महाजन की तरफ से इसकी शिकायत प्रधानमंत्री से की गयी है।
उoप्रo आवास विकास परिषद (UP Housing Development Board) के अफसर भी इस अरबों की धोखाधड़ी से वाकिफ हैं लेकिन वो जांच के नाम पर भारत नगर हाउसिंग के मालिक को बचाने का काम करने में जुटे रहते हैं। तत्कालीन कई अधिकारियों ने अपनी जांच में ये साफ कर दिया है कि, भूमि नीलामी में अनदेखी करके अरबों की जमीन पर कब्जा किया गया है। बावजूद अफसर भूमाफिया को बचाने में जुटे हुए हैं।
उन्होंने अपने शिकायत पत्र में लिखा कि, सिकंदरा योजना आगरा में हुए नीलामी घोटाले में अनेक शिकायतें करने पर मुख्यमंत्री ने आदेश जारी कर प्रमुख सचिव आवास नितिन रमेश गोकर्ण द्वारा आदेशित चार सदस्यीय जांच समिति का गठन 14 बिंदुओं पर आधारित जांच हेतु किया था। जांच पूरी होने के लिए आरोपी बिल्डर की गवाही के लिए जांच समिति द्वारा प्रयास किए गए थे। लेकिन बिल्डर शोभिक गोयल पार्टनर भारत नगर हाउसिंग सोसाइटी उपस्थित नहीं हुआ।
अब 4 अप्रैल 2024 को एक पत्र प्रभाष कुमार उप सचिव आवास एवं शहरी अनुभाग 2 का पत्र चार सदस्यीय जांच समिति को प्राप्त हुआ। उक्त प्रकरण नीलामी घोटाले की चार सदस्यीय जांच समिति द्वारा संचालित जांच निरस्त की जाती है। उन्होंने अपने पत्र में आगे लिखा कि, उक्त प्रकरण में ऊप्र आवास एवं विकास परिषद के उच्च स्तरीय अधिकारियों रुद्रप्रताप सिंह आवास आयुक्त, परिषद के सहकारिता विभाग, भारत नगर सहकारी आवास समिति के पदाधिकारियों, बिल्डर शोभिक गोयल पार्टनर भारत नगर हाउसिंग आदि ने सपा सरकार के व मंत्रियों से मिलकर 144869 वर्ग मीटर भूमि की विवादित नीलामी में 500 करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व का घोटाला उजागर करने के लिए एसआईटी, या सीबीआई का गठन कर जांच कराइ जाए। हजारों पंजाबी परिवारों की भूमि का घोटाला उजागर होगा।
रजिस्ट्री के बाद भी किया है कब्जा
यही नहीं शोभिक गोयल (ओपी चैन) पार्टनर भारत नगर हाउसिंग सोसाइटी की तरफ से उन जमीनों पर भी कब्जा किया गया है, जिनकी रजिस्ट्री भी दूसरे के नाम पर है। सूत्रों की माने तो अर्पित और अर्चित महाजन के नाम की रजिस्ट्री है, जिस पर भी शोभिक गोयल ने अपने रसूख से उस पर कब्जा किया हुआ है। ये तो महज वो नाम हैं जो सामने आएं हैं ऐसे दर्जनों लोगों की रजिस्ट्री होने के बाद भी भूमाफिया उस पर कब्जा किए हुए है।