संसद के दोनों सदनों में कृषि कानूनों (agricultural laws) को निरस्त करने के बिल का पारित कर दिया गया है। उधर, संसद सत्र के पहले दिन विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने इसको लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बिना चर्चा किए निरस्त करना बेहद ही दुर्भाग्यपूण है।
नई दिल्ली। संसद के दोनों सदनों में कृषि कानूनों (agricultural laws) को निरस्त करने के बिल का पारित कर दिया गया है। उधर, संसद सत्र के पहले दिन विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने इसको लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बिना चर्चा किए निरस्त करना बेहद ही दुर्भाग्यपूण है।
साथ ही कहा कि आगामी चुनावों को देखकर केंद्र सरकार (central government) ने ये फैसला लिया है। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि इन कानूनों को वापस लेने के लिए हम पहले से ही मांग कर रहे थो। हालांकि, दुर्भाग्यपूर्ण ये है कि बिना चर्चा के ही इसे निरस्त किया गया। उन्होंने कहा कि ये सरकार चर्चा करने से डरती है।
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि, इन कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे 700 किसान भाइयों की जान गई, उनके बारे में चर्चा होनी चाहिए थी। चर्चा ये भी होनी चाहिए थी कि इन कानूनों के पीछे कौन सी ताकत लगी हुई थी और ये क्यों बनाए गए? उन्होंने कहा कि, एमएसपी (MSP) और किसानों को दूसरी समस्याओं, लखीमपुर खीरी और गृह राज्य मंत्री (अजय मिश्रा टेनी) को लेकर चर्चा होनी थी लेकिन सरकार ने ये नहीं किया।