समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के वरिष्ठ नेता आजम खान (Azam Khan) शुक्रवार को लखनऊ पहुंचे और एक होटल में रुके। उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) समेत कुछ नेताओं से भी मुलाकात की। इस दौरान मीडिया से उन्होंने बातचीत में कहा कि 50 साल की सियासत के बावजूद लखनऊ में मेरी कोई कोठी नहीं है, फिर भी मुझे भूमाफिया (Land mafia) घोषित किया जा रहा है।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के वरिष्ठ नेता आजम खान (Azam Khan) शुक्रवार को लखनऊ पहुंचे और एक होटल में रुके। उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) समेत कुछ नेताओं से भी मुलाकात की। इस दौरान मीडिया से उन्होंने बातचीत में कहा कि 50 साल की सियासत के बावजूद लखनऊ में मेरी कोई कोठी नहीं है, फिर भी मुझे भूमाफिया (Land mafia) घोषित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के कट्टा वाले बयान पर तंज कसते हुए कहा कि हमारे यहां तो कट्टे बेचने वाले का बेटा विधायक बना और उसे कमांडो मिले हैं।
VIDEO | Lucknow: Samajwadi Party leader Azam Khan, after meeting party chief Akhilesh Yadav, says, "I was here to talk about what happened with me and my family."
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/n147TvrpG7)#Lucknow pic.twitter.com/MO7pq1gtes
— Press Trust of India (@PTI_News) November 7, 2025
हैदर अब्बास की लिखी पुस्तक ‘सीतापुर की जेल डायरी’ का किया विमोचन
आजम खान के लखनऊ आने का कार्यक्रम काफी गुप्त रखा गया। इसकी जानकारी किसी को नहीं दी गई। वह लखनऊ के एक होटल में रुके। वहां राजनेताओं खासकर सपाइयों के आने-जाने पर सरगर्मी बढ़ी और लोगों को इसकी जानकारी हुई। उनसे मुलाकात करने वालों में पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा और मुख्तार अंसारी के बड़े भाई पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह को वहां देखा गया। वहीं, आजम खान ने हैदर अब्बास की लिखी पुस्तक ‘सीतापुर की जेल डायरी’ का विमोचन किया।
50 साल की सियासत के बावजूद लखनऊ में मेरी कोई कोठी नहीं, सरकार कहती है मैं भूमाफिया हूं
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मैं भूमाफिया होता तो लखनऊ में मेरे पास भी कोठी होती। रामपुर में जहां रहता हूं बारिश में पानी भर जाता है। तंज करते हुए कहा कि सवाल मत पूछिये उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था बेहतर है। उन्होंने कहा कि बिहार में आज भी जंगलराज है। इसके चलते वे वहां चुनाव प्रचार करने नहीं गए। जानवरों से लड़ने और जिनके पास सक्षम हथियार हैं, वही लोग वहां गए। उनके पास कोई सुरक्षा नहीं है। इसलिए वह उस जंगल तक नहीं गए।
प्रधानमंत्री के बिहार में कट्टे को लेकर दिए बयान पर कहा कि अगर जानकारी है, तो बताएं कि कितने बरस कट्टा बिका?
उन्होंने कहा कि हम किसी राज्य को जंगल कहें यह तौहीन है। ऐसे अल्फाज के लिए जम्हूरियत में कोई जगह नहीं होनी चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री के बिहार में कट्टे को लेकर दिए बयान पर कहा कि अगर जानकारी है, तो बताएं कि कितने बरस कट्टा बिका? हमारे यहां तो कट्टा बेचने वाले का बेटा विधायक हो गया। उसे केंद्र सरकार के गार्ड मिले हुए हैं। वर्ष 1975 में जो कट्टे के ड्रम के साथ गिरफ्तार हुआ, वह खुद विधायक बना और उसका बेटा आज विधायक है।
उन्होंने कहा कि आज मेरे आने का मकसद बस यही था कि लोगों को बता सकूं कि आज भी इस धरती पर कुछ लोग जिंदा हैं, जिनकी कुव्वत-ए-बर्दाश्त किसी भी पत्थर और पहाड़ से ज्यादा है। उन्होंने आगे कहा कि ‘मेरे घर में कल भी जनरेटर नहीं था, आज भी नहीं है और मेरा वादा है कि जब तक मेरे समाज के हर व्यक्ति के घर में जनरेटर नहीं हो जाएगा, मैं जनरेटर नहीं रखूंगा।
‘मैं जंगलराज में नहीं जाना चाहता’
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए जाएंगे? तो आजम खान ने कहा कि जाना चाहता हूं, पर असुरक्षित नहीं जाना चाहता। जंगल राज में नहीं जाना चाहता? उन्होंने कहा कि बिहार में बादशाह से लेकर वजीर तक यही कह रहे हैं कि यहां जंगल राज है। जंगल में इंसान नहीं रहते हैं। अगर उस जंगल राज में अकेला चला जाऊंगा, तो आपने देखा है आखिरी हत्या किस तरह से हुई है? मैं जबरदस्ती रेल की पटरी पर अपना सिर नहीं रखूंगा।
‘अब दिल ही कहां रह गया है’
आजम खान ने कहा कि ‘आज कई लोग हजारों किलोमीटर दूर से मुझसे मिलने आते हैं, गले लगते हैं, जो मेरे धर्म के भी नहीं हैं। यह बदलाव है और बदलाव महसूस भी हो रहा है। अखिलेश यादव से दूरी को लेकर पूछे गए सवाल पर आजम खान ने कहा कि अब दिल ही कहां रह गया है। कई लोग मुझसे मिलने के बाद रोए हैं। बगैर दिल के काम कर रहे हैं। जेल के अनुभव पर पूछे गए सवाल के जवाब में आजम खान ने कहा कि अगर कभी मुझे इतना वक्त मिला कि मैं कुछ लिख सकूं, तो मैं दावे से कहता हूं कि आप पढ़ नहीं सकेंगे।