Wide Balls rule will change in limited overs cricket: क्रिकेट सबसे बड़े और पुराने फॉर्मेट यानी टेस्ट में बल्लेबाजों और गेंदबाजों के बीच ज्यादातर बराबरी का मुकाबला देखने को मिलता है, लेकिन लिमिटेड ओवर्स में बल्लेबाज (Batters) काफी हद तक गेंदबाजों पर हावी दिखाई देते हैं। जिसमें सबसे छोटे फॉर्मेट टी20आई में गेंदबाजों (Bowlers) की खूब धुनाई होती है। जिसकी वजह कुछ नियम व पाबंदियां हैं। वहीं, आईसीसी लिमिटेड ओवर्स के एक नियम में बड़ा बदलाव करने की तैयारी कर रहा है। जोकि, काफी हद तक गेंदबाजों के लिए मददगार बनेंगा।
Wide Balls rule will change in limited overs cricket: क्रिकेट सबसे बड़े और पुराने फॉर्मेट यानी टेस्ट में बल्लेबाजों और गेंदबाजों के बीच ज्यादातर बराबरी का मुकाबला देखने को मिलता है, लेकिन लिमिटेड ओवर्स में बल्लेबाज (Batters) काफी हद तक गेंदबाजों पर हावी दिखाई देते हैं। जिसमें सबसे छोटे फॉर्मेट टी20आई में गेंदबाजों (Bowlers) की खूब धुनाई होती है। जिसकी वजह कुछ नियम व पाबंदियां हैं। वहीं, आईसीसी लिमिटेड ओवर्स के एक नियम में बड़ा बदलाव करने की तैयारी कर रहा है। जोकि, काफी हद तक गेंदबाजों के लिए मददगार बनेंगा।
दरअसल, आईसीसी क्रिकेट समिति (ICC Cricket Committee) लिमिटेड ओवर्स के खेलों में वाइड गेंदो (Wide Ball) पर गेंदबाजों (Bowlers) को अधिक छूट देने पर विचार कर रही है। यह बदलाव खास तौर पर उन परिस्थितियों को लेकर किए जाएंगे, जब बल्लेबाज (Batter) आखिरी क्षणों में चहल कदमी करते हैं। इसको लेकर साउथ अफ्रीका के दिग्गज क्रिकेटर और पूर्व कप्तान शॉन पोलाक (Shaun Pollock) ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा कि वह आईसीसी क्रिकेट समिति (ICC Cricket Committee) का हिस्सा हैं और हम वाइड गेंद पर गेंदबाजों के लिए कुछ और छूट लाने पर विचार कर रहे हैं। उन्हें लगता है कि इसको लेकर नियम गेंदबाजों के प्रति बहुत सख्त हैं।
पोलाक ने आगे कहा कि अगर कोई बल्लेबाज (Batter) आखिरी मिनट में उछलता है, तो यह वास्तव में गेंदबाजों (Bowlers) के लिए आदर्श स्थिति नहीं होती है। उन्हें लगता है कि एक गेंदबाज को अपने रन अप की शुरुआत में यह जानना जरूरी है कि वह कहां गेंदबाजी कर सकता है। मौजूदा नियमों के अनुसार अगर गेंदबाज (Bowlers) के गेंद छोड़ने से तुरंत पहले बल्लेबाज अपनी जगह बदलता है तो इससे गेंद वाइड (Wide Ball) दे दी जाती है। वह इस नियम में थोड़ा बदलाव चाहते हैं।
पूर्व साउथ अफ्रीकी बॉलिंग ऑल राउंडर पोलाक ने कहा कि वह चाहते हैं कि एक गेंदबाज को रन-अप के समय पता होना चाहिए कि उसे कब, क्यों या कैसी गेंद करनी है। एक गेंदबाज (Bowlers) से यह उम्मीद कैसे की जा सकती है कि वह गेंदबाजी करते समय आखिरी सेकंड में अपनी रणनीति बदल देगा। उसे पहले ही स्पष्ट रूप से पता होना चाहिए कि उसे कहां गेंदबाजी (Bowling) करनी है। यह मुख्य पहलू है जिस पर हम चर्चा कर रहे हैं।