पीएम ने कहा, पहले काशी को उसके हाल पर छोड़ दिया गया था। इसलिए आज मैं हर काशीवासी के सामने एक सवाल उठा रहा हूं-आखिर वो कौन सी मानसिकता है जिसके चलते पहले काशी को विकास से वंचित रखा गया। 10 साल पहले की स्थिति याद कीजिए... बनारस को विकास के लिए तरसाया जाता था। इसका जवाब है-परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति। कांग्रेस हो या समाजवादी पार्टी...ऐसे दलों ने बनारस का विकास न पहले प्राथमिकता में था, न भविष्य में कभी होगा। इन दलों ने विकास में भी भेदभाव किया।
PM Modi in Varanasi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे हैं, जहां उन्होंने वाराणसी में विकास कार्यों का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा, बीते 10 सालों में हमने देश में इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण का एक बहुत बड़ा अभियान शुरु किया है और इंफ्रास्ट्रक्चर के इस अभियान के दो सबसे बड़े लक्ष्य हैं…पहला लक्ष्य-निवेश से नागरिकों की सुविधा बढ़ाने का है…दूसरा लक्ष्य- निवेश से नौजवानों को नौकरी देने का है।
उन्होंने आगे कहा, आज देशभर में आधुनिक हाइवे बन रहे हैं। नए-नए रूट्स पर रेलवे ट्रैक बिछाये जा रहे हैं। नए-नए एयरपोर्ट्स बन रहे हैं। ये सिर्फ ईंट-पत्थर और लोहे-सरिया का काम नहीं हो रहा है, बल्कि इससे लोगों की सुविधा बढ़ रही है। देश के युवाओं को नौकरियां भी मिल रही हैं। आज बनारस आने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ी है। कोई घूमने के लिए आ रहा है, कोई व्यापार के लिए आ रहा है और इसमें फायदा आपका हो रहा है। इसलिए जब बाबतपुर एयरपोर्ट का और विस्तार होगा तो आपको और ज्यादा फायदा होगा। आज इस पर काम भी शुरू हो गया है।
आज काशी की पहचान, बाबा विश्वनाथ के भव्य और दिव्य धाम से होती है। आज काशी की पहचान, रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर से होती है। आज काशी की पहचान, रिंग रोड और इंफ्रास्ट्रक्चर्स प्रोजेक्ट्स से होती है। आज काशी में रोपवे जैसी सुविधा बन रही है। हमारी सरकार अब 3 करोड़ और नए घर बनाने जा रही है। बनारस में भी जिन महिलाओं को पीएम आवास के घर नहीं मिले हैं, उन्हें भी जल्द से जल्द ये घर दिए जाएंगे।
पीएम ने कहा, पहले काशी को उसके हाल पर छोड़ दिया गया था। इसलिए आज मैं हर काशीवासी के सामने एक सवाल उठा रहा हूं-आखिर वो कौन सी मानसिकता है जिसके चलते पहले काशी को विकास से वंचित रखा गया। 10 साल पहले की स्थिति याद कीजिए… बनारस को विकास के लिए तरसाया जाता था। इसका जवाब है-परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति। कांग्रेस हो या समाजवादी पार्टी…ऐसे दलों ने बनारस का विकास न पहले प्राथमिकता में था, न भविष्य में कभी होगा। इन दलों ने विकास में भी भेदभाव किया।
मैंने लालकिले से एक आह्वान किया है-मैं देश के एक लाख ऐसे नौजवानों को राजनीति में लाऊंगा, जिनके परिवार का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। ये भारत की राजनीति का दिशा बदलने वाला अभियान है। ये भ्रष्टाचार और परिवारवादी मानसिकता को मिटाने वाला अभियान है।