त्रिपुरा विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने वहां पर मुख्यमंत्री का चेहरा बदल दिया। बिप्लब कुमार देब ने शनिवार को इस्तीफा दे दिया है। इसक साथ ही वहां पर डॉ माणिका साहा को मुख्यमंत्री की कमान सौंप दी गई। इससे ये तय हो गया है कि चुनाव से पहले भाजपा अपने एक और राज्य के मुख्यमंत्री केा बदलेगी।
नई दिल्ली। त्रिपुरा विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने वहां पर मुख्यमंत्री का चेहरा बदल दिया। बिप्लब कुमार देब ने शनिवार को इस्तीफा दे दिया है। इसक साथ ही वहां पर डॉ माणिका साहा को मुख्यमंत्री की कमान सौंप दी गई। इससे ये तय हो गया है कि चुनाव से पहले भाजपा अपने एक और राज्य के मुख्यमंत्री केा बदलेगी। दरअसल, पहले भी भाजपा ने चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री के चेहरों में बदलाव किए हैं। हाल ही में उत्तराखंड, गुजरात, कर्नाटक जैसे राज्यों में चुनाव से छह महीने से डेढ़ साल पहले तक मुख्यमंत्री को बदला गया है। आइए जानते हैं कहां—कहां पर चुनाव से पहले भाजपा ने मुख्यमंत्री के चहेरों को बदलने का काम किया है।
. त्रिपुरा में चुनाव से ठीक कुछ महीने पहले मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने इस्तीफा दे दिया। वहां पर अब डॉ माणिका साहा को भाजपा ने मुख्यमंत्री की कमान सौंप दी है।
. गुजरात में चुनाव से ठीक 15 महीने पहले यानी सितंबर 2021 में विजय रूपाणी को हटाकर भाजपा ने भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री की कमान सौंपी थी। अब भूपेंद्र पटेल की अगुवाई में पार्टी गुजरात विधानसभा का चुनाव लड़ेगी।
. उत्तराखंड में भी भाजपा ने बड़ा फेरबदल किया। वहां पर चुनाव से ठीक पहले भाजपा ने युवा चेहरे पुष्कर सिंह धामी पर भरोसा जताया और सीएम बनाया। इसके बाद 2022 का चुनाव भी धामी के नेतृत्व में भाजपा ने वहां लड़ा और जीत हासिल की। बता दें कि, चुनाव से एक साल पहले यानी 10 मार्च 2021 को त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाकर लोकसभा सदस्य तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बना दिया गया। जुलाई में मुख्यमंत्री बनाए जाने के चार महीने बाद ही तीरथ सिंह रावत को भी हटा दिया गया और दो बार के विधायक पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी दी गई।
. कर्नाटक में भी भाजपा ने चुनाव से करीब 21 महीने पहले मुख्यमंत्री बदला। राज्य में अगले साल मई से पहले चुनाव होने हैं। इससे पहले पिछले साल जुलाई में पार्टी ने येदियुरप्पा को हटाकर बसवराज बोम्मई को मुख्यमंत्री बना दिया।