गर्मियों में बर्फ का नाम सुनते ही ठंडक का एहसास हो जाता है। बर्फ सिर्फ गर्मी में राहत ही नहीं देती बल्कि छोटी मोटी शरीर की चोटों और दर्द में भी राहत देती है। अगर आपकी मांसपेशियों में खिंचाव, खरोंच या ऊटकों को नुकसान हुआ है...
Benefits of Ice Fomentation: गर्मियों में बर्फ का नाम सुनते ही ठंडक का एहसास हो जाता है। बर्फ सिर्फ गर्मी में राहत ही नहीं देती बल्कि छोटी मोटी शरीर की चोटों और दर्द में भी राहत देती है। अगर आपकी मांसपेशियों में खिंचाव, खरोंच या ऊटकों को नुकसान हुआ है तो आप बर्फ की सिंकाई (Benefits of Ice Fomentation) कर सकती हैं।
ऊतकों से खून निकलना बंद हो जाता है
इससे आपको राहत मिलेगी। इसके अलावा चोट लगने की जगह और सूजन में व दर्द में भी बर्फ की सिकाई फायदेमंद (Benefits of Ice Fomentation) होती है। बर्फ की सिकाई करने से ऊतकों से खून निकलना बंद हो जाता है साथ ही सूजन भी कम होती है।
सूजन और दर्द कम होता है
इतना ही नहीं मांसपेशियों में एंठन और दर्द को भी कम करता है। इतना ही नहीं अगर चोट लगने पर खून बह रहा हो तो बर्फ की सिकाई की जाती है। इससे सूजन और दर्द कम होता है।
साथ ही नस की दर्द और गर्दन की अकड़न से राहत चाहते हैं तो बर्फ की सिंकाई करें। इससे बहुत हद तक आपको आराम मिल जाएगा। इसके अलावा बर्फ की सिंकाई से कील मुंहासे के दाग धब्बे भी कम होने लगते हैं धीरे-धीरे। इससे ओपन पोर्स भी सिकुड़ते हैं और चेहरे की चमक दोगुनी होती है। वहीं, आपके आंखों के नीचे काले घेरे पड़ गए हैं तो फिर आप इससे रोज सिंकाई करें. इससे पफीनेस भी कम होता है। अगर आपके फेस पर बहुत ज्यादा झुर्रियां पड़ गई हैं, तो फिर बर्फ से सिंकाई करने से रिंकल धीरे-धीरे कम होने लग जाएंगे।
दिल के मरीजों को भी बर्फ की सिकाई
याद रहे कि बर्फ को कभी भी सीधा चोट पर न लगाए। किसी मुलायम या तौलिए में रख कर लगाए। इतना ही नहीं बीस मिनट से अधिक समय के लिए बर्फ की सिकाई (Ice Fomentation) न करें। साथ ही दिल के मरीजों को भी बर्फ की सिकाई नहीं करनी चाहिए।