माध्यमिक शिक्षा विभाग (Secondary Education Department) के पूर्व निदेशक विनय कुमार पांडे (Vinay Kumar Pandey) को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सस्पेंड कर दिया है। उन्हें बलिया में पेपर लीक, सरकारी कामों में लापरवाही और शासन स्तर के निर्देशों का पालन न करने के लिए प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया है, जिसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।
लखनऊ। माध्यमिक शिक्षा विभाग (Secondary Education Department) के पूर्व निदेशक विनय कुमार पांडे (Vinay Kumar Pandey) को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सस्पेंड कर दिया है। उन्हें बलिया में पेपर लीक, सरकारी कामों में लापरवाही और शासन स्तर के निर्देशों का पालन न करने के लिए प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया है, जिसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के कार्यलाय की तरफ से ट्वीट कर इसकी जानकारी दी गई है। वह इस समय साक्षरता, उर्दू एवं प्रच्य भाषा विभाग के निदेशक थे। बता दें कि, बीते 21 अप्रैल को माध्यमिक शिक्षा विभाग से हटाया गया था। बताया जा रहा है कि, बलिया में हुए पेपर लीक कांड के बाद से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) उनसे नाराज चल रहे थे।
पदीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही पर मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी की एक और सख्त कार्रवाई।
तत्कालीन शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) निलंबित।@UPGovt @spgoyal @navneetsehgal3 @sanjaychapps1@74_alok pic.twitter.com/ISOqCRCTeH
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) April 26, 2022
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सूत्रों के मुताबिक विभागीय मंत्री गुलाब देवी भी विनय कुमार पांडे की कार्यशैली से संतुष्ट नहीं थीं। विनय पाण्डेय को 2018 में निदेशक के पद का कार्यभार सौंपा गया था और 2021 में उन्हें निदेशक बनाया गया था। वहीं, 2022 में बलिया में पेपर लीक कांड के बाद विनय पांडे पर सवाल उठने लगे थे। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब उन्हें सस्पेंड कर दिया है।