यूपी से एक बड़ी खबर आ रही है। उत्तर प्रदेश की यह बड़ी खबर बहुत बड़ी चिंता का सबब बन गई है। योगी सरकार लाख दावा करे, लेकिन डब्ल्यूएचओ के तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक 80 फ़ीसदी बच्चे कुपोषण का शिकार हैं जो कि भाजपा सरकार की साख पर बट्टा लगाने के लिए काफी है।
लखनऊ : यूपी से एक बड़ी खबर आ रही है। उत्तर प्रदेश की यह बड़ी खबर बहुत बड़ी चिंता का सबब बन गई है। योगी सरकार लाख दावा करे, लेकिन डब्ल्यूएचओ के तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक 80 फ़ीसदी बच्चे कुपोषण का शिकार हैं जो कि भाजपा सरकार की साख पर बट्टा लगाने के लिए काफी है। उत्तर प्रदेश के नन्हे-मुन्ने बच्चों को पूरा पोषण ना मिलने का खुलासा एक ताजा सर्वे रिपोर्ट में हुआ है।
यूपी ही नहीं देश भर के बच्चों को नहीं मिल रहा है पर्याप्त पोषण
उत्तर प्रदेश के 80 प्रतिशत से अधिक नवजात बच्चों को पूरा पोषण नहीं मिल रहा है। उत्तर प्रदेश से आ रही बड़ी चिंता की यह खबर उत्तर प्रदेश के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए चिंता वाली बात है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत के 6-23 महीने की उम्र के लगभग 77 फीसदी से अधिक बच्चों को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ओर से सुझाया गया पोषक आहार नहीं मिल रहा है। देश के मध्य क्षेत्र में सबसे ज्यादा बच्चे इस न्यूनतम आहार मानक को पूरा नहीं करते हैं।
दरअसल, डब्ल्यूएचओ (WHO) एक बच्चे के आहार की गुणवत्ता का मूल्यांकन करने के लिए न्यूनतम आहार विविधता (एमडीडी) स्कोर इस्तेमाल करने का सुझाव देता है। इसे तब विविधतापूर्ण माना जाता है, जब इसमें मां के दूध, अंडे, फलियां, मेवे, फल और सब्जियों सहित पांच या अधिक खाद्य समूह शामिल होते हैं। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में 80 फीसदी से ज्यादा बच्चों के आहार में विविधता की कमी पाई गई। वहीं, सिक्किम और मेघालय ऐसे दो राज्य थे जहां 50 फीसदी से कम बच्चों में यह समस्या देखी गई। अध्ययन नेशनल मेडिकल जर्नल ऑफ इंडिया में प्रकाशित हुआ है।
योगी राज में 66% बच्चों को एनीमिया जैसी घातक बीमारी से जूझना पड़ रहा है : आईपी सिंह
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आईपी सिंह ने रविवार को पोस्ट पर लिखा कि यूपी ही नहीं देश में बच्चों को भरपेट पौष्टिक भोजन नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि 2012-17 के बीच समाजवादी पार्टी सरकार ने 6 साल तक के बच्चों को कुपोषण से लड़ने के लिए हौसला पोषण योजना शुरू की थी। आईपी सिंह ने कहा कि योगी राज में 66% बच्चों को एनीमिया जैसी घातक बीमारी यानि खून की कमी से जूझना पड़ रहा है।