अमेरिकी चुनाव (American Elections) में डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) की शानदार जीत के बाद से दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी में बिटकॉइन (Cryptocurrency Bitcoin) में जबर्दस्त तेजी आ गयी है और अब तो इसने 1,00,000 डालर के निशान को पार कर लिया है।
नई दिल्ली। अमेरिकी चुनाव (American Elections) में डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) की शानदार जीत के बाद से दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी में बिटकॉइन (Cryptocurrency Bitcoin) में जबर्दस्त तेजी आ गयी है और अब तो इसने 1,00,000 डालर के निशान को पार कर लिया है। यह उपलब्धि ट्रम्प द्वारा पॉल एटकिंस (Paul Atkins) को प्रतिभूति और विनिमय आयोग (SIC) का अगला अध्यक्ष चुनने के तत्काल बाद आई है। एटकिंस इसके पहले जॉर्ज डब्ल्यू बुश (George W. Bush) के राष्ट्रपति पद के दौरान एसईसी आयुक्त (SEC Commissioner) रहे थे। एजेंसी छोड़ने के बाद के वर्षों में, एटकिंस बाजार के जरूरत से ज्यादा रेगुलेशन के खिलाफ बहुत मुखर रहे हैं।
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों में अमेरिकी चुनाव के दिन बिटकॉइन 69,374 डालर से नाटकीय रूप से चढ़ गई और 4 दिसंबर को 1,01,512 डॉलर तक पहुंच गई। दो साल पहले तो बिटकॉइन 17,000 डालर से नीचे गिर गया था। बहरहाल, बिटकॉइन कितने समय तक 1,00,000 डालर के निशान से ऊपर रहेगा, यह अनिश्चित है क्योंकि क्रिप्टो दुनिया बहुत अस्थिर है और इसमें भविष्य की भविष्यवाणी करना असंभव है। इसीलिए विशेषज्ञ निवेश जोखिमों की चेतावनी देना जारी रखे हुए हैं।
कुछ भी हो, बिटकॉइन अब यकीनन पिछले 20 वर्षों का सबसे सफल निवेश उत्पाद है। प्रचलन में मौजूद सभी सिक्कों का मूल्य 2 ट्रिलियन डालर है, जो मास्टरकार्ड, वॉलमार्ट और जेपी मॉर्गन चेज़ के संयुक्त मूल्य से भी ज्यादा है। हैकर्स और राजनीतिक कट्टरपंथियों का एक ग्रुप, जिन्होंने 2008 में एक अनाम कोडर द्वारा बिटकॉइन के निर्माण के समय इसे अपनाया था, करोड़पति बन चुके हैं। यही नहीं, बिटकॉइन के आविष्कार ने एक पूरी इंडस्ट्री को जन्म दिया है, जो कॉइनबेस जैसे एक्सचेंजों द्वारा संचालित है। आज क्रिप्टो करेंसियों को मशहूर हस्तियों, एथलीटों और एलोन मस्क द्वारा खुल कर प्रचारित किया जाता है। बिटकॉइन का 1,00,000 डालर तक पहुँचना बताता है कि ग्लोबल आर्थिक प्रणाली में इसकी उपस्थिति से न इनकार किया जा सकता है और न नजरअंदाज किया जा सकता है।
क्या भारत में बिटकॉइन वैध है?
भारत में बिटकॉइन के साथ-साथ अन्य सभी क्रिप्टोकरेंसी वैध हैं, क्योंकि सर्वोच्च न्यायालय ने क्रिप्टोकरेंसी के पक्ष में फैसला सुनाया है, जिससे भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा पहले लगाए गए प्रतिबंध को हटा दिया गया है। हालाँकि, यहाँ सख्त कराधान कानून हैं, जिसमें वर्चुअल डिजिटल एसेट्स से होने वाले लाभ पर 30% टैक्स और 50,000 रुपये (या कुछ विशेष श्रेणियों के लिए 10,000 रुपये) से अधिक के प्रत्येक लेनदेन पर 1% टीडीएस शामिल है। टीडीएस कुल बिक्री राशि पर लागू होता है, चाहे लाभ हुआ हो या नहीं और रिफंड पाने के लिए इसे आयकर रिटर्न में दाखिल करना होता है।
भारत में बिटकॉइन में निवेश कैसे करें?
प्रमाणित क्रिप्टो एक्सचेंज चुनकर, अपने नो योर कस्टमर (केआईसी ) विवरण के साथ खुद को रजिस्टर करके, बैंक ट्रान्सफर से पैसा जमा करके बिटकॉइन में निवेश करना संभव है। क्रिप्टोकरेंसी बेचने के लिए, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि टीडीएस कटौती का हिसाब रखा जाए, और टैक्स कानूनों का पूरी तरह से पालन करते हुए कोई भी आय ट्रान्सफर की जाए।