एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी को मुंबई में कुछ लोगो ने गोली मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई। घायल अवस्था में उन्हें तुरंत ही लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। ये घटना बांद्रा खेरवाड़ी सिग्नल के पास हुई, जहां उनके बेटे जीशान सिद्दीकी का ऑफिस है।
एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी (NCP leader Baba Siddiqui) को मुंबई में कुछ लोगो ने गोली मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई। घायल अवस्था में उन्हें तुरंत ही लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। ये घटना बांद्रा खेरवाड़ी सिग्नल के पास हुई, जहां उनके बेटे जीशान सिद्दीकी का ऑफिस है। बाबा सिद्दीकी (Baba Siddiqui) अपनी इफ्तार पार्टी के लिए जाने जाते थे, जिसमें राजनेता से लेकर तमाम बॉलीवुड स्टार शामिल होते थे।
उनकी मौत की खबर से पूरे बॉलीवुड में दुख का माहौल है। कई बॉलीवुड स्टार तो बाबा सिद्दीकी (Baba Siddiqui) के निधन की खबर सुनते ही लीलावती हॉस्पिटल पहुंचे। सलमान खान , संजय दत्त और शिल्पा शेट्टी ने इस दुख की खड़ी में हॉस्पिटल पहुंच कर बाबा सिद्दीकी (Baba Siddiqui) के परिवार से मुलाकात की। वहीं कई सितारे सोशल मीडिया के माध्यम से बाबा सिद्दीकी को श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
Extremely saddened and shocked beyond words to learn about the tragic demise of Shri #BabaSiddique ji – My heart goes out to @zeeshan_iyc and the entire family- May god give them strength to brave this difficult time. The perpetrators of this horrific crime must be brought to… pic.twitter.com/zjNLnspbrp
— Riteish Deshmukh (@Riteishd) October 12, 2024
बॉलीवुड एक्टर रितेश देशमुख ने भी सोशल मीडिया के प्लेटफार्म एक्स पर इस खबर को लेकर अपना दुख जाहिर किया और श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, ‘श्री बाबा सिद्दीकी (Baba Siddiqui) जी के निधन की खबर सुनकर बहुत सदमे में हूं’।
उन्होंने लिखा, ‘और ये सच में चौंकाने वाली बात है। मेरी संवेदनाएं बेटे जीशान सिद्दीकी और उनके परिवार के साथ हैं। भगवान उन्हें इस मुश्किल समय से निकलने की ताकत दे। दोषियों को जल्द से जल्द कानून के सामने लाना जरूरी है।
इसके अलावा संजय दत्त की बहन प्रिया दत्त ने भी ट्वीट कर अपना दुख जाहिर किया और श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, ‘आज बाबा सिद्दीकी (Baba Siddiqui) के निधन की खबर से मैं हैरान और दुखी हूं। बाबा सिर्फ एक राजनीतिक साथी नहीं थे, वो हमारे परिवार के हिस्से जैसे थे। मेरे पिता के लिए वो बेटे की तरह थे।