ब्राजील में बाढ़, बारिश और भूस्खलन से खौफनाक त्रासदी देखने को मिल रही है। रियो ग्रांडे डो सुल में भूस्खलन और बाढ़ से 60 लोगों की मौत हो गई। तेजी से बढ़ते जलस्तर और भूस्खलन के कारण करीब 70 हजार से अधिक लोगों को घर छोड़ना पड़ा।
Brazil floods : ब्राजील में बाढ़, बारिश और भूस्खलन से खौफनाक त्रासदी देखने को मिल रही है। रियो ग्रांडे डो सुल में भूस्खलन और बाढ़ से 60 लोगों की मौत हो गई। तेजी से बढ़ते जलस्तर और भूस्खलन के कारण करीब 70 हजार से अधिक लोगों को घर छोड़ना पड़ा। सरकार की ओर से अलर्ट जारी कर लोगों से इलाके खाली करने के लिए कहा गया है। प्रशासन के लोग बाढ़ के बीच नाव से जाकर लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं।
इस बार बाढ़ की ऐसी खौफनाक त्रासदी देखने को मिल रही है जैसे पिछले कई सालों में नहीं देखने को मिली। दक्षिणी ब्राजील में बाढ़ में दूर-दूर तक इलाके डूबे हुए हैं। इस बाढ़ ने कई गृहस्थियां तबाह करने के साथ कई जिंदगियां भी छीन ली हैं। प्रशासन लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के कार्य में लगा है। ब्राजील का मुख्य शहर पोर्टो एलेग्रे की स्थिति सबसे अधिक खराब है। यहां कुछ इलाके दलदल बन चुके हैं।
उरुग्वे और अर्जेंटीना के साथ सीमा साझा करने वाले रियो ग्रांडे डो सुल को जलप्रलय का सामना करना पड़ा, जिससे बाढ़, भूस्खलन और एक जलविद्युत ऊर्जा संयंत्र का बांध आंशिक रूप से ढह गया। बेंटो गोंकाल्वेस में एक और बांध टूटने के खतरे में है, जिससे खतरा बढ़ गया है।
राजधानी शहर, पोर्टो एलेग्रे में गुआइबा झील फैल गई, जिससे सड़कों पर पानी भर गया, जबकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ने सभी उड़ानें अनिश्चित काल के लिए निलंबित कर दीं। राज्य के गवर्नर एडुआर्डो लेइट ने इस स्थिति को यूरोप के द्वितीय विश्व युद्ध के बाद के आर्थिक सुधार प्रयासों के समान “मार्शल योजना” की आवश्यकता बताया।