Wiaan Mulder triple century: बुलावायो के क्वींस स्पोर्ट्स क्लब में जिम्बाब्वे और साउथ अफ्रीका के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में ब्रायन लारा के 400 रनों का महारिकॉर्ड टूटते-टूटते रह गया। इस मैच में साउथ अफ्रीका की कप्तानी कर रहे वियान मुल्डर ने 334 गेंदों में 367 रनों की नाबाद पारी खेली है। फैंस को उम्मीद थी कि मुल्डर इस पारी में लारा का रिकॉर्ड तोड़ देंगे, लेकिन उन्होंने सबको चौंकाते हुए पारी घोषित कर दी।
Wiaan Mulder triple century: बुलावायो के क्वींस स्पोर्ट्स क्लब में जिम्बाब्वे और साउथ अफ्रीका के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में ब्रायन लारा के 400 रनों का महारिकॉर्ड टूटते-टूटते रह गया। इस मैच में साउथ अफ्रीका की कप्तानी कर रहे वियान मुल्डर ने 334 गेंदों में 367 रनों की नाबाद पारी खेली है। फैंस को उम्मीद थी कि मुल्डर इस पारी में लारा का रिकॉर्ड तोड़ देंगे, लेकिन उन्होंने सबको चौंकाते हुए पारी घोषित कर दी।
दरअसल, जिम्बाब्वे के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज में नियमित टेस्ट कप्तान टेम्बा बावुमा को आराम दिया गया। ऐसे में पहले टेस्ट की कप्तानी केशव महाराज ने संभाली थी, जबकि दूसरे टेस्ट में अफ्रीकी टीम वियान मुल्डर की अगुवाई में खेल रही है। दूसरे टेस्ट के पहले दिन जिम्बाब्वे के कप्तान क्रेग एर्विन ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था। हालांकि, ये फैसला मेजबान के लिए गलत साबित होता दिख रहा है। साउथ अफ्रीका ने पहली पारी में पांच विकेट के नुकसान पर 626 रन बनाकर पारी घोषित कर दी है। जिसमें कप्तान मुल्डर 367 रनों की नाबाद पारी शामिल रही है। अगर वह 33 रन और बना लेते तो वेस्ट इंडीज के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा का रिकॉर्ड टूट जाता। जिन्होंने साल 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 400 रनों की पारी खेली थी।
मुल्डर ने अपने नाम किए ये बड़े रिकॉर्ड
मुल्डर की 334 गेंदों में 367 रनों की पारी में 49 चौके और 4 छक्के लगाए हैं। वह कप्तानी के डेब्यू में तिहरा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं। मुल्डर के नाम अब टेस्ट में साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज द्वारा बनाया गया सर्वोच्च स्कोर है, उन्होंने 2003 में एजबेस्टन में इंग्लैंड के खिलाफ ग्रीम स्मिथ के 362 (277 और 85) रन को पीछे छोड़ दिया है। इसके अलावा, मुल्डर अपने देश से बाहर एक पारी में सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं।
मुल्डर ने 297 गेंदों में अपना तिहरा शतक पूरा किया, जोकि टेस्ट के इतिहास में दूसरा सबसे तेज टेस्ट तिहरा शतक बनाने वाले बल्लेबाज बन गए। उनसे आगे केवल वीरेंद्र सहवाग हैं जिन्होंने 2008 में चेन्नई में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 278 गेंदों में यह उपलब्धि हासिल की थी।