Feng Shui Tips Laughing Buddha : चीनी वास्तुशास्त्र फेंगशुई काफी लोकप्रिय होती जा रही है। फेंग यानि वायु और शुई यानि जल। इसमें बताए गए टिप्स की मदद से आप जीवन में आ रही कई मुश्किलों का सामना कर सकते हैं। फेंगशुई के अनुसार, कुछ वस्तुएं को घर में रखना
Feng Shui Tips Laughing Buddha : चीनी वास्तुशास्त्र फेंगशुई काफी लोकप्रिय होती जा रही है। फेंग यानि वायु और शुई यानि जल। इसमें बताए गए टिप्स की मदद से आप जीवन में आ रही कई मुश्किलों का सामना कर सकते हैं। फेंगशुई के अनुसार, कुछ वस्तुएं को घर में रखना
Hindu Panchang for 16 may: ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष द्वादशी, अनला संवत्सर विक्रम संवत 2080, शक संवत 1945 (शोभकृत संवत्सर), बैशाख। द्वादशी तिथि 11:36 PM तक उपरांत त्रयोदशी। नक्षत्र उत्तरभाद्रपदा 08:15 AM तक उपरांत रेवती। प्रीति योग 11:15 PM तक, उसके बाद आयुष्मान योग। करण कौलव 12:17 PM तक, बाद तैतिल 11:36
मेष राशिफल पुराना बीमारी परेशानी का कारण बन सकता है। अज्ञात डर सताएगा। वाणी में कठोरता न लाएं। कारोबार में प्रयोग से बचें। वैवाहिक प्रस्ताव मिलेगा। धन लाभ हो सकता है। परिवार में सुख-शांति रहेगी। कुसंगति से बचें। संतान की चिंता रहेगी। करियर संबंधी अवरोध दूर होंगे। कानूनी मामलों में
Vat Savitri Vrat Pooja ki thali 2023 : सदा सुहागन रखने की कामना को पूरा करने वाला व्रत वट सावित्री व्रत पूजा है। सनातन धर्म में सुहागिन महिलाएं इस दिन वट वृक्ष की पूजा करतीं है।और अपने पति की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करती हैं। यह
Surya vrishabh rashi mein gochar 2023 : पृथ्वी पर जीवन के कारक सूर्य देव की चाल बदल रही है। सूर्य देव 15 मई यानी आज वृषभ राशि में प्रवेश कर रहे हैं। सूर्य देव के राशि परिवर्तन को संक्रांति कहा जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार 15 मई को सूर्य
Shani Dosh: सूर्य पुत्र शनि देव न्याय के कारक है। शनि देव जातकों प्रसन्न होकर जातकों को शुभ फल फल देते है। शनि महाराज को प्रसन्न करने के लिए और शनि दोष से मुक्ति के लिए मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करना अत्यंत फलदायी
Mahaupay shiv ki pooja : देवों के देव महादेव बहुत दयालु हैं। धार्मिक कथाओं के अनुसार भगवान महादेव अपने भक्तों पर शीघ्र ही कृपा करते है। भगवान शिव की महिमा निराली है। भक्त गण पूरी आशा और विश्वास के साथ भगवान की पूजा करते है तो उनकों कार्यों में सिद्धि
मेष राशिफल छात्र वर्ग को सफलता मिलेगी। पठन-पाठन में मन लगेगा। दूर यात्रा की योजना बन सकती है। मनपसंद भोजन का आनंद हासिल होगा। बुजुर्गों का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। जीवनसाथी की सेहत बिगड़ सकती है। धन की स्थिति कमजोर रहेगा। किसी काम के नहीं होने से बेचैनी रहेगी। (आज का
Apara Ekadashi Panchang: ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष एकादशी, अनला संवत्सर विक्रम संवत 2080, शक संवत 1945 (शोभकृत संवत्सर), बैशाख। एकादशी तिथि 01:03 AM तक उपरांत द्वादशी। नक्षत्र पूर्वभाद्रपदा 09:08 AM तक उपरांत उत्तरभाद्रपदा। विष्कुम्भ योग 01:29 AM तक, उसके बाद प्रीति योग। करण बव 01:53 PM तक, बाद बालव 01:03 AM तक,
14 मई 2023 पंचांग: ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष दशमी, अनला संवत्सर विक्रम संवत 2080, शक संवत 1945 (शोभकृत संवत्सर), बैशाख। दशमी तिथि 02:46 AM तक उपरांत एकादशी। नक्षत्र शतभिषा 10:16 AM तक उपरांत पूर्वभाद्रपदा। इन्द्र योग 06:35 AM तक, उसके बाद वैधृति योग 03:56 AM तक, उसके बाद विष्कुम्भ योग। करण
मेष राशिफल मन पर नियंत्रण रखें। कानूनी अड़चन दूर होगी। धन संबंधी स्थिति अनुकूल रहेगी। जीवनसाथी के लिए गिफ्ट लेंगे। किसी बात को लेकर तनाव रहेगा। जल्दबाजी में धनहानि हो सकती है। कारोबार में वृद्धि होगी। नौकरी में सुकून रहेगा। निवेश लाभप्रद रहेगा। काम बनेंगे। सुख-शांति बने रहेंगे। वृषभ राशिफल
Shani Vakri 2023 : ग्रह मंडल में न्याय के देवता सूर्य पुत्र शनि देव की चाल बदलने वाली है। शनि देव अपनी राशि कुंभ में विराजमान है और 17 जून को इसी राशि में वक्री होने जा रहे हैं। स्वराशि में भ्रमण कर रहे शनिदेव वक्री चाल के दौरान कुछ
Garuda Purana: सनातन धर्म के प्राचीन ग्रंथों (Ancient texts) में जीवन के गूढ़ प्रश्नों का उत्तर छिपा है। सनम धर्मी जीवन जीने की कला का ज्ञान इसी पुस्तक से प्राप्त करते रहें है। गरुड़ पुराण ऐसा ही एक प्राचीन ग्रंथ है जिसमें जहां मौत और जीवन का रहस्य छिपा हुआ
Vish yog : कुंडली में बनने वाले योगों में विष योग का नाम सुनते ही लोग कांपने लगते है। इस योग की गिनती अशुभ योग होती है। इस योग के बनने से जातक के जीवन में कई तरह की परेशानियां आने लगती है। विष् योग चंद्रमा और शनि की युति
Vrishabh Sankranti 2023 : जिस दिन सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है, उसे संक्रांति के नाम से जाना जाता है। चूँकि सूर्य मेष राशि से वृष अर्थात मेष से वृषभ में गोचर करेगा, इसलिए इसे वृषभ संक्रांति के नाम से जाना जाता है। हिंदू त्योहारों में