चमोली। उत्तरांखड के चमोली में सात फरवरी को आई आपदा के बाद अब तक करीब 150 से ज्यादा लोगों का पता नहीं चल सका है। राहत और बचाव की टीमें लगातार उनकी तलाश में जुटी हैं। वहीं, अब तक 44 शवों को बरामद कर लिया गया है। इसके साथ ही
चमोली। उत्तरांखड के चमोली में सात फरवरी को आई आपदा के बाद अब तक करीब 150 से ज्यादा लोगों का पता नहीं चल सका है। राहत और बचाव की टीमें लगातार उनकी तलाश में जुटी हैं। वहीं, अब तक 44 शवों को बरामद कर लिया गया है। इसके साथ ही
चमोली। उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने के बाद एक बाद फिर अफरा-तफरी मच गई। इस बार ऋषिगंगा नदी में अचानक जल स्तर बढ़ने के बाद राहत और बचाव कार्य को रोकना पड़ा। वहीं, तपोवन टनल से मलबा निकालकर मजदूरों की तलाश में जुटी टीमें बाहर निकल आईं। डीजीपी अशोक
चमोली। उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने के बाद बड़ी तबाही आई है। जल प्रलय से हुई तबाही में अभी भी करीब 200 लोगों पता नहीं लग पाया है। हालांकि, राहत और बचाव कार्य में लगी टीमें उनकी तलाश में जुटी है। वहीं, बिजली परियोजना की सुरंग में फंसे हुए
चमोली: उत्तराखंड में चमोली हादसे का आज चौथा दिन हैं चमोली हादसे में हुए नुकसान के बाद अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। दरअसल, NTPC की क्षतिग्रस्त तपोवन प्रोजेक्ट की सुरंग में फंसे लोगों को बचाने के लिए सेना, NDRF, ITBP, SDRF और अब मरीन कमांडो का दस्ता भी
चमोली: देवभूमि उत्तराखंड के चमोली जिले में जोशीमठ के पास ग्लेशियर फटने (Uttarakhand Glacier Burst) से यहां भयंकर तबाही मची है। ऐसे में बाढ़ की वजह से अभी भी तकरीबन 197 लोग लापता हैं। जानकारी के अनुसार, करीब 35 मजदूर अभी भी टनल में फंसे हुए हैं, जिन्हें बाहर निकालने
उत्तराखंड: उत्तराखंड के चमोली में हुए ग्लेशियर टूटने के हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य जारी है। उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय के मुताबिक 8 फरवरी की रात 8 बजे तक हादसे में हताहत हुए लोगों में कुल 26 शव बरामद कर लिए गए हैं। आपको बात दें, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने
चमोली। उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने के बाद मची तबाही में अभी तक 202 लोगों के गायब होने की सूचना है। इनकी खोजबीन के लिए कई टीमें काम कर रहीं हैं। वहीं, अभी तक 19 शवों को बरामद कर लिया गया है। इस आपदा से ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट
चमोली। उत्तराखंड के चमोली में रविवार को ग्लेशियर टूटने से बड़ा हादसा हुआ है। इस हादसे के बाद अभी तक राहत और बचाव कार्य जारी है। इस हादसे के बाद अभी तक 14 शवों के मिलने की पुष्टि हुई है। हालांकि, अभी भी 125 लोगों के लापता होने की आशंका
नई दिल्ली। उत्तराखंड में ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटने के बाद बड़ी तबाही मची हुई है। ये हादसा चमोली जिले के रैणी गांव में रविवार को हुआ। ग्लेशियर टूटने से धौली गंगा नदी में बाढ़ आ गई है। वहीं, चमोली से लेकर हरिद्धार तक खतरा बढ़ गया है। Deeply pained
चमोली: देवभूमि उत्तराखंड के चमोली जिले में जोशीमठ के पास ग्लेशियर फटने (Uttarakhand Glacier Burst) से यहां भयानक तबाही मची है। ग्लेशियर का एक हिस्सा अचानक टूटने की वजह से आई बाढ़ से लगभग 125 मजदूर लापता हो गए, जिसमें से अभी तक 15 मजदूरों का रेस्क्यू किया गया है।
चमोली। उत्तराखंड के चमोली के रैणी मे आई आपदा के दौरान जवान देवदूत बनकर आए। तपोवन सुरंग में काम कर रहे मजदूर आपदा के दौरान उसमें फंस गए थे। आईटीबीपी के जवानों ने उन्हें सुरंग से बाहर निकालने की मुहिम शुरू की। कड़ी मशक्कत के बाद जवानों ने 12 मजदूरों
चमोली। उत्तराखंड के चमोली जिले के रैनी में ग्लेशियर फटने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। अभी तक 100 से ज्यादा लोगों का पता नहीं चल सका है। रात होने के कारण राहत और बचाव कार्य में भी परेशानी हो रही है। पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पूरी स्थिति
चमोली। उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही मची हुई है। युद्धस्तर पर राहत और बचाव का कार्य जारी है। अभी तक 100 से ज्यादा लोगों के फंसे होने की आशंका है। वहीं, 10 शवों को बरामद कर लिया गया है। वहीं, पीएम मोदी भी पल-पल की स्थिति की निगरानी
चमोली। उत्तराखंड के चमोली ग्लेशियर फटने से बड़ी तबाही के आशंका है। 100 से 150 से लोगों के लापता होने की खबर है। वहीं, तीन शवों को भी बरामद किया जा चुका है। इसको देखते हुए प्रशासन अलर्ट है और राहत व बचाव का कार्य शुरू कर दिया है। अचानक
नई दिल्ली। साल 2013 में जून का महीना था। भारत की वो जगह जिसे देवभूमि कहा जाता है वो उतराखण्ड में है। उतराखण्ड स्थित केदारनाथ धाम में कुदरत ने कहर बरपाया था। ग्लेशियर पीघलने की खबर जब आई उस समय के सारे खौफनाक मंजर याद आ गये। उतराखण्ड ने देश