केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, सत्ता के लालच में बार-बार देश की एकता और सुरक्षा के साथ खेलने वाली कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर चुनाव में अब्दुल्ला परिवार की नेशनल कांफ्रेंस के साथ गठबंधन करके फिर से अपने मंसूबों को देश के सामने रखा है। वहीं, अमित शाह ने इस गठबंधन को लेकर कांग्रेस से 10 सवाल भी पूछे हैं।
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी बढ़ती जा रही है। चुनाव एलान के बाद कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने गठबंधन किया है। अब इसे लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, सत्ता के लालच में बार-बार देश की एकता और सुरक्षा के साथ खेलने वाली कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर चुनाव में अब्दुल्ला परिवार की नेशनल कांफ्रेंस के साथ गठबंधन करके फिर से अपने मंसूबों को देश के सामने रखा है। वहीं, अमित शाह ने इस गठबंधन को लेकर कांग्रेस से 10 सवाल भी पूछे हैं।
अमित शाह ने पूछा कि, क्या कांग्रेस ‘नेशनल कांफ्रेंस’ के जम्मू-कश्मीर में फिर से ‘अलग झंडे’ के वादे का समर्थन करती है? क्या राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी धारा 370 और आर्टिकल 35A को वापस लाकर जम्मू-कश्मीर को फिर से अशांति और आतंकवाद के युग में धकेलने के JKNC के निर्णय का समर्थन करती है?
सत्ता के लालच में बार-बार देश की एकता और सुरक्षा के साथ खेलने वाली कांग्रेस पार्टी ने जम्मू-कश्मीर चुनाव में अब्दुल्ला परिवार की ‘नेशनल कांफ्रेंस’ के साथ गठबंधन करके फिर से अपने मंसूबों को देश के सामने रखा है।
नेशनल कांफ्रेंस के घोषणा पत्र के वादों पर कांग्रेस पार्टी और राहुल… pic.twitter.com/5i9mDaT53c
— BJP (@BJP4India) August 23, 2024
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उन्होंने आगे पूछा कि, क्या कांग्रेस कश्मीर के युवाओं के बदले पाकिस्तान के साथ वार्ता करके फिर से अलगाववाद को बढ़ावा देने का समर्थन करती है? क्या कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी, पाकिस्तान के साथ ‘LOC ट्रेड’ शुरु करने के नेशनल कांफ्रेंस के निर्णय से फिर से बॉर्डर पॉर से आतंकवाद और उसके इकोसिस्टम का पोषण कटने का समर्थन करते हैं?
साथ ही कहा, क्या कांग्रेस आतंकवाद और पत्थरबाजी की घटनाओं में शामिल लोगों के परिजनों को फिट से सरकारी 05 नौकरी में बहाल करके आतंकवाद, दहशतगर्दी और बंद के दौर को फिर से लाने का समर्थन करती है? इस गठबंधन से कांग्रेस पार्टी का आरक्षण विरोधी चेहरा सामने आया है। क्या कांग्रेस दलितों, गुज्जर, बकरवाल और पहाड़ियों के आरक्षण को समाप्त कर फिर से उनके साथ अन्याय करने के JKNC के वादे के साथ है?